विधायक और सांसद बनने वाली जिले की तीसरी राजनीतिक हस्ती, कमलापति व रामकिशुन के नाम है रिकॉर्ड
चंदौली से पांचवीं राज्यसभा सदस्य
इसके पहले इन 4 लोगों को मिला है मौका
जिले की दूसरी महिला राज्यसभा सांसद होंगी साधना सिंह
आपको याद होगा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में चंदौली जनपद से विधायक भी हुआ करते थे। इसके अलावा उन्होंने लोकसभा (वाराणसी-चंदौली सीट) और राज्यसभा सांसद के रूप में चंदौली जनपद का राज्य और देश के स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है।
इसके अलावा मुगलसराय के पूर्व सपा विधायक रामकिशुन यादव को भी यह सौभाग्य मिला है। वह मुगलसराय का विधायक रहते हुए 2009 में चंदौली जनपद से सांसद चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक सीट छोड़ दी थी। इसके बाद यह गौरव 2017 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मुगलसराय से विधायक चुनी गयीं साधना सिंह को हासिल होने जा रहा है।
साधना सिंह चंदौली जनपद से विधायक बनने वाली पांचवीं राजनेता के साथ-साथ दूसरी महिला राजनेता होगीं। चंदौली जनपद से राज्यसभा सांसद बनने वालों में डॉक्टर रत्नाकर पांडेय, श्याम लाल यादव, पंडित कमलापति त्रिपाठी, दर्शना सिंह का नाम पहले से इस सूची में शुमार है। अब इसमें पूर्व विधायक साधना सिंह का नाम भी जुड़ जाएगा।
आपको याद होगा कि पंडित कमलापति त्रिपाठी के अलावा सकलडीहा विकासखंड के बरठी गांव के रहने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्यामलाल यादव राज्यसभा सांसद के साथ-साथ वाराणसी चंदौली लोकसभा के सांसद भी रह चुके हैं। इसके अलावा चकिया तहसील के बरियारपुर गांव के रहने वाले रत्नाकर पांडेय भी कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सांसद के रूप में जनपद का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके साथ ही साथ सदर तहसील की रहने वाली दर्शना सिंह को पिछली बार भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा में भेजा था और वह चंदौली जनपद की पहली महिला राज्यसभा सांसद बनने का गौरव हासिल किया था।
एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने अपने वरिष्ठ कार्यकर्ता और पूर्व विधायक को राज्यसभा में भेजने का फैसला किया है और उत्तर प्रदेश के साथ राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची में साधना सिंह को शामिल किया है। इस तरह से साधना सिंह चंदौली जनपद की तीसरी ऐसी पूर्व विधायक हैं, जो सांसद बनने जा रही हैं। जबकि जिले की दूसरी महिला राज्यसभा सांसद होंगी।
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ऐसा है भाजपा में राजनीतिक करियर
साधना सिंह ने 1993 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। इसके बाद उन्होंने पार्टी के कई पदों पर काम किया। वर्ष 2000 में उन्होंने जिला पंचायत सदस्य के तौर पर सकलडीहा विकासखंड के सेक्टर 2 से चुनाव लड़ा और जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचित घोषित की गई। 2000 में ही इन्हें भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री की जिम्मेदारी दी गई और फिर 2002 में इनको महिला मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनाया है, जिस पर उन्होंने 2002 से 2008 तक काम किया। इसी दौरान 2007 में उन्होंने जिला उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष के रूप में भी एक नई जिम्मेदारी स्वीकार की, जिस पर उन्होंने कई सालों तक बखूबी काम किया।
वर्ष 2011 से 2014 तक उन्हें दोबारा जिला उपाध्यक्ष के रूप में पार्टी ने जिम्मेदारी सौंपी गयी, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। इसके बाद 2014 से उनको प्रदेश कार्य समिति का सदस्य बना दिया गया था और इसके बाद 2016 में दोबारा उन्हें कार्य समिति के सदस्य के तौर पर चुना गया था। 2017 में पहली बार मुगलसराय विधानसभा सीट पर जब पार्टी ने उनका विधायक का टिकट दिया तो उन्होंने मजबूती के साथ चुनाव लड़कर यह सीट भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने की कोशिश की। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काटकर रमेश जायसवाल को यह सीट दे दी गई, जिसके बाद से वह पार्टी के आदेश को मानकर पार्टी एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में अपना सहयोग दे रहीं थीं।
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