वन विभाग बोला- कैमरे में कैद हुआ जानवर तेंदुआ नहीं, जंगली बिल्ली है

वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि वह तेंदुआ नहीं बल्कि जंगली बिल्ली है, जिसकी लंबाई तेंदुखे जैसी होती है, लेकिन उसकी ऊंचाई कम होती है।
 

अरंगी गांव में लगा है नाइट विजन कैमरा

कैद हुई तस्वीर को लेकर तरह तरह की चर्चा

डिप्टी रेंजर बता रहे हैं जंगली बिल्ली  

चंदौली जिले के अरंगी और कुआं गांव में जिस जंगली जानवर की तस्वीर नाइट विजन कमरे में कैद हुई थी उसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। गांव के लोग उसे तेंदुआ बता रहे थे, जबकि वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि वह जंगली बिल्ली है। तेंदुआ इस तरह का नहीं होता। उसके आकार प्रकार के आधार पर वन विभाग के लोगों ने उसे जंगली बिल्ली करार दिया है।

 
 आपको बता दें कि अरंगी गांव में एक युवक को तेंदुए ने घायल कर दिया था। उसके बाद वहां पुलिस तथा वन विभाग की टीम ने पहुंचकर गांव में नाइट विजन कैमरा लगाया था ताकि जंगली जानवरों की पहचान की जा सके। कई दिनों तक की मशक्कत के बाद उसमें एक जंगली जानवर कैद हुआ। उसे लोग तेंदुआ बता रहे थे, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि वह तेंदुआ नहीं बल्कि जंगली बिल्ली है, जिसकी लंबाई तेंदुखे जैसी होती है, लेकिन उसकी ऊंचाई कम होती है।

 फिलहाल जिस तस्वीर को तेंदुआ बताया जा रहा है, वह  जंगली बिल्ली की बताई जा रही है। इस संदर्भ में चंदौली के डिप्टी रेंजर छविनाथ त्रिपाठी का कहना है कि जब लोगों ने तेंदुआ होने की शिकायत की तो नाइट विजन कैमरे को मंगाकर उसकी जांच की गई। उसमें जो तस्वीर कैद हुई है, वह जंगली बिल्ली की है। उसकी पूंछ और मुंह का आंकार देखकर उसे तेंदुआ नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि तेंदुए की ऊंचाई ज्यादा होती है।

रेंजर छविनाथ त्रिपाठी का कहना है कि इस जंगली जानवर को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जल्दी पिंजरा लगाकर इसे पकड़ लिया जाएगा। जिस किसी को इसके बारे में कोई जानकारी हो तो वन विभाग से संपर्क कर सकता है।
 
 आपको बता दें कि अरंगी और कुआं गांव में जंगली जानवरों के आतंक के वजह से लोगों में दहशत का माहौल है। इसी वजह से लोग अकेले या रात में गांव के बाद घर के बाहर निकलने में डर रहे हैं। हालांकि वन विभाग में भी लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।