गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करने के लिए नए-नए ऑफर दे रही सरकार, जानिए क्या खास होगा अबकी बार 
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चंदौली जिले में वैसे तो धान की खरीद में किसानों को नाकों चने चबाने के लिए मजबूर होना पड़ता है और क्योंकि किसान जल्द से खेत से ही जल्द धान बेंचकर पैसे लेने की कोशिश करते हैं।
 

अब बटाई पर खेती करने वालों किसानों की भी होगी खरीद

गेहूं की खरीद की अभी तक नहीं हुयी बोहनी

रजिस्ट्रेशन निशुल्क के साथ लोडिंग-अनलोडिंग का पैसा होगा वापस 

चंदौली जिले में वैसे तो धान की खरीद में किसानों को नाकों चने चबाने के लिए मजबूर होना पड़ता है और क्योंकि किसान जल्द से खेत से ही जल्द धान बेंचकर पैसे लेने की कोशिश करते हैं। लेकिन गेहूं की फसल में ऐसा नहीं होता है। किसान गेंहू को क्रय केन्द्रों पर बेचने में कम दिलचस्पी दिखाते हैं। इसीलिए कई जिलों में खरीद का लक्ष्य भी पूरा नहीं होता है।

इसीलिए अबकी बार चंदौली जिले में किसानों के साथ ही बंटाई पर खेती करने वाले किसानों से भी गेहूं की खरीद की जाएगी। इसके लिए विभिन्न एजेंसियों के कुल 87 क्रय केंद्र स्थापित कर दिए गए हैं। शासन के निर्देशानुसार सभी क्रय केंद्रों पर ई-पास मशीन से ही गेहूं की खरीद की जाएगी। वहीं सभी सेंटर पर पहुंचने वाले किसानों का निःशुल्क रजिस्ट्रेशन होगा। 

शासन की ओर से इस बार किसानों के उपज की उतराई-चढ़ाई 20 रुपये वापस हो जाएगी। यह धनराशि किसानों के खाते में ही भेजी जाएगी। धान के कटोरे के रूप में विख्यात चंदौली जिले में गेहूं खरीद के लिए कुल 83 हजार मैट्रिक टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। साथ ही गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये निर्धारित किया गया है।

बताया जा रहा है कि गेहूं खरीद के लिए जिले में एक मार्च से ही विभिन्न एजेंसियों के कुल 87 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इसमें खाद्य विभाग, नेफेड, एनसीसीएफ, सीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस, एफसीआई का क्रय केंद्र शामिल है। फिलहाल गेहूं की फसल अभी पककर तैयार नहीं होने से इन क्रय केंद्रों पर अभी तक बोहनी तक नहीं हुई है। इससे जिले में अभी गेहूं की खरीद शून्य है।

 शासन के निर्देशानुसार सभी सेंटरों पर ई-पास मशीन से गेहूं खरीद होगी। किसान गेहूं बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में जुटे हुए हैं। 

 

इस बार क्रय केंद्रों पर भी किसानों के रजिस्ट्रेशन की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। अब तक 3400 से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। 1500 से ज्यादा किसानों का सत्यापन भी हो गया है। अन्य किसान भी पंजीकरण का सत्यापन करने में लगे हुए हैं। क्रय केंद्रों पर बोरा, तौल मशीन, झरना सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है। वहीं किसानों को बैठने आदि की व्यवस्था भी की गई है। शासन ने इस बार किसानों के उपज की उतराई-चढ़ाई की धनराशि भी वापस धनराशि किसानों के खाते में भेजने का फरमान जारी किया है।

 

इस संबंध में विपणन अधिकारी अनुपम निगम ने बताया कि जिले में पारदर्शिता के साथ ई-पास मशीन से गेहूं की खरीद पूरी करायी जाएगी। इस बार शासन ने किसानों के साथ ही बटाईदारों के भी गेहूं खरीद करने का निर्देश दिया है। वहीं किसानों के उपज की चढ़ाई उतराई भी वापस की जाएगी।