डॉ. विश्व नाथ मौर्य ने भारत का गौरव बढ़ाया, अमेरिकी विश्वविद्यालयों से डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व के सभी देशों में सबसे बड़ी उपाधि डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एस्-सी) को माना जाता है जो वस्तुतः किसी भी देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से विज्ञान और तकनीकी विषय में पी-एच.डी. करने के उपरांत विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शोध पत्रों के प्रकाशन और कई विषय विशेषज्ञयों के द्वारा कई स्तर पर उसका सघन मूल्यांकन किए जाने पर उपयुक्त पाए जाने की दशा में संबंधित विषय विशेषज्ञयों के सिफारिश करने के उपरांत संबंधित विश्वविद्यालय के एक्जीक्यूटिव काउंसिल में संस्तुति के आधार पर ही वाइस - चांसलर द्वारा प्रदान किया जाता है। सामान्यतः भिन्न - भिन्न जटिलताओं के कारण डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि हासिल करना हर किसी प्रोफेसर के लिए बेहद मुश्किल होता है और यही कारण है कि बड़े मुश्किल से विज्ञान एवं तकनीकी विषय के 1 फीसदी प्रोफेसर ड़ी.एस-सी. की उपाधि अर्जित कर पाते हैं। ज्यादातर यही देखने - सुनने को मिलता है कि शासन - सत्ता से जुड़े कुछेक प्रोफेसर को उनकी उपलब्धियों के आधार शासन - सत्ता के प्रभाव में कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा डी.एस्-सी. की मानधि उपाधि दे दी जाती है कितू उसकी तुलना डी.एस-सी. के अर्जित उपाधि से नहीं की जा सकती है और न ही उच्च शिक्षा क्षेत्र में मानधि उपाधि से कोई शैक्षणिक लाभ मिल सकता है।
गौरतलब है कि हाल ही में यूएसए के क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल के फैकल्टी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के नव नियुक्त डीन/डायरेक्टर प्रो. डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को वेस्ट कोस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड आर्ट्स यूएसए के प्रो - चांसलर एवं क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल यूएसए के वाइस - चांसलर, युनेस्को लारिएट प्रो. अरेम्यु बशीरू (UNESCO Laureate Ptof. Sir Aremu Bashiru) ने मैनेजमेंट साइंस एंड इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में तीसरी बार डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित किया है। प्रो. विश्व नाथ मौर्य को क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल यूएसए के वाइस चांसलर द्वारा उनके डॉक्टर ऑफ साइंस (डी. एस-सी) थेसिस के शीर्षक- 'Use of Statistical Modelling and Optimization Techniques in Business Management and Industrial Technology' पर मैनेजमेंट साइंस एंड इंडस्ट्रियल टेक्नोलोजी में डी.एस-सी. (डॉक्टर ऑफ साइंस) की उपाधि से तीसरी बार इसी वर्ष हाल ही में सम्मानित किया गया है।
शिक्षा जगत एवं विज्ञान - तकनीकी के अनुसंधान क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त प्रोफेसर डॉ.विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को अगस्त 2014 में वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी यूएसए के कोलाबोरेशन में क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल यूएसए के वाइस - चांसलर द्वारा फैकल्टी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में उनके पोस्ट-डॉक्टरेट डी.एस-सी. शोध ग्रंथ शीर्षक - 'Applications of Mathematical Modelling and Simulation Techniques with Computational Approach' पर अप्लाइड एंड कंप्यूटेशनल मैथमेटिक्स के विषय में पोस्ट- डॉक्टोरेट डिग्री ऑफ डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एस-सी) से सम्मानित किया गया था। उस दौरान प्रो. मौर्य आस्ट्रेलिया महाद्वीप में स्थित फिजी विश्वविद्यालय, फिजो के गणित एवं सांख्यिकी के बतौर प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष पद पर सेवारत थे और दिसम्बर 2016 में प्रो. मौर्य को उनके शोध ग्रंथ शीर्षक - 'Performance Analysis and Inference of Some Advanced Queueing Models Using Maximum Entropy Approach and Diversified Computing Techniques' पर क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल यूएसए के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में ऑपरेशन रिसर्च, स्टेटिसटिकल मॉडलिंग एंड डाटा सांइस में पोस्ट - डॉक्टोरेट डिग्री ऑफ डॉक्टर ऑफ साइंस (ड़ी. एस-सी) की उपाधि से नवाजा गया था। यहां उल्लेखनीय है कि प्रो. वी. एन. मौर्य (Prof. V N Maurya) को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण एवं उत्कृष्ट शोध कार्य के विकास के लिए पोस्ट - डॉक्टरेट डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि प्रदान करने वाले उक्त दोनों ही अमेरिकी विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय समेत कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से. मान्यता प्राप्त है। उक्त प्रतिष्ठित अमेरिकी विश्वविद्यालयों से सांउस, मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी फैकल्टी के कई क्लिष्ट एवं महत्वपूर्ण विषयों में पोस्ट डॉक्टरेट डी. एस-सी. की उपाधि प्राप्त करने वाले प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) चक्रवर्ती सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य एवं सम्राट अशोक. महान् मौर्यवंशी क्षत्रिय साम्राज्य के वंशज में शिक्षा जगत एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय रिकार्ड स्थापित करने वाले प्रथम याक्ति हैं जो न केवल उनके मौर्यवंशी क्षत्रिय समाज के लिए विशेष गौरव की बात है अपितु पूरे भारत के लिए गौरव की बात है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ एवं बस्ती के मूल निवासी प्रो. मौर्य ने अपने इस मिशन को पूरा करने के लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद (उप्र) से तत्कालीन विभागाध्यक्ष एवं कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर एस. एन. सिंह के निर्देशन में 1996 - 1998 के दौरान गणित एवं सांख्यिकी विषय से पी-एच.डी. करने के उपरांत ही सन् 2001 में छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से डी.एस-सी. में नामांकन संख्या K/1/2001 के जरिए
प्रवेश लेकर शोध कार्य की शुरूआत किया था किन्तु पैनल के कुछ विषय विशेषज्ञ के ईर्ष्या, द्वेष और प्रतिस्पर्धा की निम्नकोटि के विचारधारा रखने वाले जातिवादी एवं सामंतवादी लोगों के विशेष रूप से अप्रत्याशित व्यवधान उत्पन्न करने के कारण प्रो. मौर्य को लम्बे समय तक विशेष समस्याओं का सामना करना पड़ा परन्तु उनके दृढ़ संकल्प, अथक और सतत प्रयास तथा बौद्धिक परिश्रम के परिणामस्वरूप 14 वर्ष बाद सन 2014 में दो अमेरिकी विश्वविद्यालयों के कोलाबोरेशान से पहली बार पोस्ट - डॉक्टरेट डी. एस-सी. की डिग्री. हासिल करने में सफलता प्राप्त हुई थी।
गौरतलब है कि इसी वर्ष के विगत जनवरी माह में गणित एवं सांख्यिकी के प्रख्यात प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य की नियुक्ति दक्षिणी अमेरिका के क्राउन विश्वविद्यालय इंटरनेशनल, अर्जेंटीना में साईंस एंड टेक्नोलॉजी संकाय समेत अकैडमिक अफेयर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट के डीन/डायरेक्टर के पद पर हुई थी। क्राउन विश्वविद्यालय इंटरनेशनल, यूएसए के वाइस - चांसलर, युनेस्को लारिएट प्रो. अरेम्यु बशीरू (UNESCO Laureate, Prof. Sir Aremu Bashiru) ने डॉ. विश्व नाथ मौर्य के प्रोफेसर एवं डीन/डायरेक्टर की नियुक्ति होने और पोस्ट डॉक्टरेट डी.एस-सी. की डिग्री से सम्मानित करने के संबंध में कई अमेरिकी एवं अफ्रीकी मीडिया चैनल के माध्यम से लोगों को अवगत कराया था। युनेस्को पुरस्कार विजेता प्रो. आरेमयू बशीरु वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, यूएसए के प्रो-चांसलर भी हैं और विश्व के प्रख्यात विशिष्ट प्रोफेसर होने के साथ उनको नाइजीरिया के अलावा कई एशियाई, अमेरिकी और यूरोपीय देशों की नागरिकता भी प्राप्त है।
क्राउन विश्वविद्यालय इंटरनेशनल यूएसए के वाइस - चांसलर प्रो.अरेम्यू बशीरु ने एशिया, अमेरिका, असुट्रेलिया और अफ्रीका के कई विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, ड़ीन, डायरेक्टर एवं परीक्षा नियंत्रक के शीर्ष पदों पर सेवा कर चुके प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) के क्राउन विश्वविद्यालय इंटरनेशनल, यूएसए में डीन/डायरेक्टर पद पर नियुक्ति के उपरान्त विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में उनके विश्व स्तरीय उत्कृष्ट शोधकार्य, विशिष्ट शैक्षिक योग्यता,एवं गुणवत्तापूर्ण अनुभव पर प्रकाश डालते हुए प्रबल संभावना जताया है कि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को उनके विश्व स्तरीय उत्कृष्ट उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान कार्यों के लिए युनेस्को (UNESCO) समेत अन्य प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों से विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया जा सकता है।
प्रख्यात गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद् प्रो. विश्व नाथ मौर्य को एशियन, आस्ट्रेलियन अफ्रीकन और अमेरिकन महाद्वीपों के कई विश्वविद्यालयों में एक विशिष्ट प्रोफेसर एवं शीर्ष प्रशासनिक पदों पर सेवा के दौरान उनके उत्कृष्ट शोध कार्यों के विकास और संवर्धन एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कुशल नेतृत्व के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत गौरव अवार्ड , राष्ट्रीय शिक्षा रत्न, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक्सीलेंस अवार्ड, डिष्टिंगयूस्ट साइंटिस्ट इंटरनेशनल अवार्ड, राष्ट्र भूषण अवार्ड, कोहिनूर पर्सनालिटीज ऑफ एशिया अवार्ड, एशियन ऐडमाइरेबल एचीवर अवार्ड समेत दर्जनों प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा हुका है। प्रो. मौर्य ने देश - विदेश के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में अब तक अपने करीब 25 वर्ष के सेवाकाल में 150 शोध पत्र एवं 10 पुस्तकों को अंतर्राष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित किया है। गणित, सांख्यिकी, ऑपरेशन रिसर्च, मैनेजमेंट साइंस एंड इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी और ड़ाटा साइंस जैसे क्लिष्ट विषयों में उनके पी-एच. डी. और पोस्ट-डॉक्टरेट ड़ी. एस-सी. के चार थेसिस ही उनकी विशेष उपलब्धियों में से मुख्य है। विश्व के कई प्रतिष्ठित संस्थानों और विश्वविद्यालयों में प्रो. मौर्य ने एडवाइजरी बोर्ड मेम्बर, सीनेट मेम्बर, स्पीकर, एड़ीटर-इन-चीफ,. विशिष्ट अतिथि इत्यादि के रूप में अपना महत्पूर्ण योगदान किया है जिससे भिन्न -भिन्न विशिष्ट उपलब्धियों के कारण शिक्षा जगत में न केवल टॉप इंडियन प्रोफेसर के रूप में उनकी पहचान की जाती है अपितु अंतर्राष्ट्रीय पटल पर प्रो. मौर्य की पहचान एक विशिष्ट गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद् के रूप में की जाती है।
उपरोक्त सभी जानकारी स्वयं प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने दी है ।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*