पंचायत सहायक बनने का ख्वाब देख रहे बी.ए., एम.ए. व एम.बी.ए. की पढ़ाई कर चुके बेरोजगार
उत्तर प्रदेश सरकार में ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक के पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है। उस पर आए आवेदनों को देखकर ऐसा लगता है कि पूरे प्रदेश में कितनी अधिक बेरोजगारी है और अत्यधिक पढ़े-लिखे बेरोजगार नौजवान पंचायत सहायक जैसे पदों पर आवेदन कर रहे हैं। हालांकि इसकी मिनिमम योग्यता इंटर पास ही बताई गई है, फिर भी नौकरी न मिलने की वजह से बी.ए., एम.ए. व एम.बी.ए. की पढ़ाई कर चुके लोग भी इस पद के लिए आवेदन कर चुके हैं।
अब ग्राम प्रधान स्तर से यह प्रस्ताव जिला स्तर पर भेजा जा चुका है। जिलाधिकारी द्वारा बनाई गई जिला स्तरीय समिति इस बात पर फैसला लेगी।
आपको याद होगा कि पंचायती राज निदेशालय ने गांव में मिनी सचिवालय को और अधिक संसाधन युक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायतों का काम का सही ढंग से संपादित कराने के लिए पंचायत सहायकों की नियुक्ति करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में यह प्रक्रिया की जा रही है। हर ग्राम पंचायत में एक पढ़े लिखे और कंप्यूटर चलाने वाले माहिर नौजवानों को पंचायत सहायक बनने का मौका दिया जा रहा है।
यह करना होगा काम
पंचायत सहायक ग्राम पंचायतों की विकास कार्यों में ऑनलाइन अपडेशन के साथ-साथ शासन से आने वाली दिशा निर्देश ग्राम प्रधान और पूरी ग्राम पंचायत को अवगत कराने का काम करेंगे साथ ही साथ योजनाओं को लागू कराने में भी मदद करेंगे। शासन का मानना है कि ग्राम प्रधान या पंचायत का सचिव नियमित रूप से प्रधान पंचायत भवन में नहीं बैठ पाते हैं। इसलिए इन लोगों को पंचायत में बैठकर काम करना होगा।
मिनी सचिवालयों के लिए खास पहल
कहा जाता है कि पंचायत सचिवों को कई ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी होने के कारण वे समय नहीं दे पाते हैं। इससे मिनी सचिवालयों में ताला लटकता रहता है। ऐसे में ग्रामीणों को अपना काम कराने में परेशानी झेलनी पड़ती है। पंचायत सहायक मिनी सचिवालयों में पूरे दिन मौजूद रहेंगे। साथ ही तकनीकी व विभागीय कार्यों को भी संपादित करने में प्रधान व सचिवों का सहयोग करेंगे। सचिवों को ग्राम पंचायत बाकायदा मानदेय भी देगी।
बेरोजगारी के आलम में नौकरी की आस में एम.ए. व बी.ए. ही नहीं तमाम टेक्नीकल एजुकेशन का कोर्स पास आउट करने वाले भी पंचायत सहायक पद की नौकरी के लिए लाइन में लग गए हैं। ग्राम प्रधानों के जरिए अपना प्रस्ताव बनवाकर जिला पंचायत राज अधिकारी को भेजवाया है।
मिनी सचिवालयों के लिए प्लान
कहा जा रहा है कि जिले में 734 ग्राम पंचायतें हैं। सभी ग्राम पंचायतों में सहायक रखे जाएंगे। मिनी सचिवालयों को अपडेट किया जा रहा है। यहां कंप्यूटर आदि लगाने के साथ ही इंटरनेट कनेक्टीविटी के लिए फाइबर आप्टिक केबल बिछाए जा रहे हैं। इसके अलावा बिजली, फर्नीचर समेत अन्य इंतजाम किए जा रहे। शासन ने मिनी सचिवालयों को ग्राम पंचायतों के कार्यालय का रूप देने का निर्देश दिया है।
पंचायतीराज अधिकारी बोले-
चंदौली जिले के जिला पंचायतीराज अधिकारी ब्रह्मचारी दुबे का कहना है कि जिले में पंचायत सहायकों के नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता इंटर पास होनी चाहिए। अधिक पढ़े-लिखे भी आवेदन कर सकते हैं। जिला स्तरीय समिति की ओर से सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। जल्द ही ग्राम पंचायतों में सहायकों की नियुक्ति कर दी जाएगी।
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