जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

यह है चौकी इंचार्ज और 4 सिपाहियों के नपने का असली कारण, महंगा पड़ा नेताजी से ‘पंगा’

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जनपद के धीना थाना की महुंजी पुलिस चौकी कार्रवाई की खबर तो सबको मिल गयी होगी पर असली खबर हम आपको बता रहे हैं कि आखिर क्यों इस तरह की तगड़ी कार्रवाई एसपी हेमंत कुटियाल को करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। राजनेताओं के दबाब पुलिसिया कार्रवाई या भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ
 
यह है चौकी इंचार्ज और 4 सिपाहियों के नपने का असली कारण, महंगा पड़ा नेताजी से ‘पंगा’

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

चंदौली जनपद के धीना थाना की महुंजी पुलिस चौकी कार्रवाई की खबर तो सबको मिल गयी होगी पर असली खबर हम आपको बता रहे हैं कि आखिर क्यों इस तरह की तगड़ी कार्रवाई एसपी हेमंत कुटियाल को करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

राजनेताओं के दबाब पुलिसिया कार्रवाई या भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की बदतमीजी हो मामले आपको इस तरह की कार्रवाई के समय समझ में आता होगा और हुआ भी वही।

बताया जा रहा है कि शनिवार को अवही गांव के भाजपा बूथ अध्यक्ष बिंदेश्वरी निषाद पर पुलिसिया कार्रवाई महुंजी चौकी के लिए भारी पड़ गयी क्योंकि भाजपा के विधायक जी को मामले में कूदना पड़ गया। भाजपा के विधायक मामले में कूदें व कार्रवाई न हो ऐसा कैसे संभव है।

अब जानिए पूरा मामला क्या है….

जानकारी के अनुसार भाजपा के बूथ अध्यक्ष विंदेश्वरी निषाद का अपने भाई से जमीन विवाद का मामला था। इसमें चौकी इंचार्ज व सिपाहियों द्वारा बूथ अध्यक्ष और उसके लड़के की पिटाई व करने के साथ साथ उनके अभद्रता की बात कही जा रही थी। इसको लेकर स्थानीय भाजपा विधायक सुशील सिंह ने एतराज जताते हुए पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया था। इसके बाद उनके समर्थक चौकी पर बैठ गए थे।

कहा जा रहा है कि इसी कार्रवाई के चलते महुंजी चौकी इंचार्ज सहित चार सिपाहियों को नपना पड़ा है। साथ ही यह संदेश भी मिल गया है कि भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने के पहले पुलिस वालों को सौ-बार नहीं हजार बार सोचना होगा नहीं तो नपना तय हैं। एसपी साहब भी चाह कर किसी को नहीं बचा पाएंगे।

कहा जा रहा है कि भाजपा नेताओं की शिकायतों की पुष्टि होने के बाद चाौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल इंद्रदेव यादव, आरक्षी आलोक सिंह, प्रफुल्ल यादव और मनोज को लाइन जाहिर कर दिया। 

आपको बता दें कि इसके पूर्व में भी चौकी इंचार्ज सहित पूरी चौकी को हटाने का मामला आया था, जिसमें सिपाहियों पर सामूहिक कार्यवाही हुयी थी। उस दौरान ओवरलोड ट्रकों की वसूली बता कर कार्रवाई की गयी थी, जबकि हकीकत कुछ और भी थी, जिसका जिक्र कहीं नहीं आया। यह मामला पुलिस के आला अधिकारियों को भी मालूम था..पर सत्ता की हनक के आगे झुकाना मजबूरी है..क्योंकि उन साहब लोगों को अपनी भी तो नौकरी करनी है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*