महिलाओं को मिलेगा रोजगार का मंत्र, बनेंगी आत्मनिर्भर 136 बीआरपी और डीआरपी की नियुक्ति, 1.10 लाख महिलाओं को मिलेगा लाभ

गांव की महिलाएं बनेंगी रिसोर्स पर्सन
दिलाएंगी खुद को औरों को रोजगार, अवसर की ओर कदम
अब महिलाएं भी देंगी स्वरोजगार का ज्ञान
चंदौली में महिला शक्ति को नया आयाम
बीआरपी-डीआरपी के रूप में मिल रहा मंच
चंदौली जिले में महिलाओं को स्वावलंबन की राह दिखाने के लिए चंदौली में एक नई पहल की गई है। जनपद में 11 हजार सक्रिय स्वयं सहायता समूहों की 1.10 लाख महिला सदस्यों को रोजगार से जोड़ने की तैयारी है। इन्हें स्वरोजगार के गुर सिखाने के लिए आजीविका मिशन के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग की तर्ज पर रिसोर्स पर्सन (बीआरपी और डीआरपी) की नियुक्ति की जा रही है।

इन पदों पर वही महिलाएं नियुक्त की जाएंगी जो लिखित परीक्षा पास करेंगी। बीआरपी को प्रत्येक व्याख्यान पर ₹750 और डीआरपी को ₹2500 पारिश्रमिक मिलेगा। ये रिसोर्स पर्सन महिलाओं को स्वरोजगार से संबंधित प्रशिक्षण देंगी, जिससे वे खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें।
प्रशिक्षण के मुख्य विषय

- दुग्ध उत्पादन
- ब्यूटी पार्लर संचालन
- जैविक सब्जी व अन्न उत्पादन
- पशुपालन
- सरकारी योजनाओं की जानकारी
चंदौली के 9 विकास खंडों में 136 बीआरपी व डीआरपी नियुक्त किए जाएंगे। ये महिलाएं गांव-गांव जाकर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण देंगी और उन्हें स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करेंगी।
इस सम्बन्ध में श्वेता सिंह, उपायुक्त, स्वतः रोजगार ने बताया कि यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
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