दो तस्करों के पास मिला तीन किलो विदेशी सोना, ऐसे की जाती है तस्करी
tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show
चंदौली जिले के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन पर एक बार फिर से एक बड़ी सफलता मिली है। यहां पर राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) वाराणसी यूनिट ने शनिवार को दो तस्करों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
बताया जा रहा है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंची 12505 नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन से दो तस्करों को तीन किलो विदेशी सोने के साथ गिरफ्तार किया। तस्कर सोना लेकर कामाख्या से कानपुर जा रहे थे। दोनों तस्करों ने सोने के टुकड़े बेल्ट में छिपाकर कमर में बांधे थे। टीम तस्करों को अपने साथ वाराणसी ले गई। तीन दिन पूर्व भी जंक्शन से कोलकाता एक्सप्रेस ट्रेन से एक तस्कर को एक किलो सोने के साथ गिरफ्तार किया गया था।
ऐसा है विदेशी कनेक्शन
बैंकाक व थाईलैंड देशों से सोना तस्करी कर कोलकाता से दिल्ली व अन्य शहरों में ले जाने के मामले आए दिन सामने आ रहे। डीआरआई टीम को सूचना मिली की ट्रेन से विदेशी सोना ले जाया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारी आनंद राय के नेतृत्व में इंटेलीजेंस आफिसर लेखराज, मुकुंद लाल सिंह व अनंत विक्रम जंक्शन पहुंच गए। ट्रेन जंक्शन पर पहुंची तो सूचना के आधार पर ए-वन कोच में तलाशी ली गई। कानपुर के अब्दुल सलाम व हुगली, पश्चिमी बंगाल के अजीजुल रहमान की तलाशी लेने पर कुछ नहीं मिला।
टीम के लोगों ने एक की बेल्ट खोलवाई तो सोने के टुकड़े गिरने लगे। दोनों तस्करों ने बेल्ट में 17 टुकड़े छुपाए थे। सोने का वजन लगभग तीन किलो आंका गया है। पूछताछ में तस्करों ने बताया सोने की तस्करी के लिए उनका एक गिरोह सक्रिय है। दोनों म्यांमार के रास्ते पूर्वोत्तर के राज्यों में सोने की तस्करी करके लाते हैं। इसके बाद भारत के अन्य शहरों में भेजते हैं।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*