जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

सर्दी में फटे होंठों से तुरंत पाएं छुटकारा, अपनाएं ये 7 आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय

सर्दियों में फटे होंठों से परेशान हैं? अपनाएँ 7 सुरक्षित आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय। शहद, नारियल तेल और दूध की मलाई से होंठों की नमी बरकरार रखें और रूखापन खत्म करें। जानें फटे होंठों का इलाज और पाएं गुलाबी होंठ।
 

होंठों का रूखापन खत्म करने के सरल उपाय

सर्दियों में भी मुलायम और गुलाबी रहेंगे आपके होंठ

जानें नमी बनाए रखने का अचूक तरीका

सर्दियों के मौसम में होंठों की नमी सूखने लगती है, जिससे वे फटने, छिलने और दर्द करने लगते हैं। ऐसे में लोग अक्सर बाजार से मिलने वाले लिप बाम या केमिकल वाले प्रोडक्ट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन इनका असर लंबे वक्त तक नहीं टिक पाता। फटे होंठों का इलाज करने के लिए हमें प्राकृतिक और सुरक्षित तरीकों की ओर ध्यान देना चाहिए।

आयुर्वेद और होंठों की नमी का संबंध
आयुर्वेद के अनुसार, होंठों की देखभाल प्रकृति में मौजूद साधारण चीजों से भी की जा सकती है। आयुर्वेद में 'रसधातु' यानी शरीर की नमी का खास महत्व बताया गया है। जब ठंड में शरीर की नमी कम होने लगती है, तो सबसे पहले असर होठों पर दिखता है, क्योंकि वहां तेल ग्रंथियां बहुत कम होती हैं। इस कारण होंठ वातावरण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। ऐसे में नमी को बनाए रखने के लिए प्राकृतिक तत्वों की जरूरत होती है। नीचे दिए गए कुछ अचूक उपाय होंठों का रूखापन खत्म कर सकते हैं।

dry-chapped-lips

1. शहद: फटे होंठों के लिए प्राकृतिक एंटीबायोटिक
आयुर्वेद में शहद को प्राकृतिक औषधि माना गया है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और मॉइस्चराइजिंग गुण फटे होठों को राहत देते हैं। शहद एक ह्युमेक्टेंट (Humectant) है, यानी यह वातावरण से नमी को खींचकर होंठों के भीतर लॉक कर देता है। सर्दियों में होंठों की नमी बनाए रखने के लिए रात में सोने से पहले अगर हल्की परत में शहद होठों पर लगाया जाए, तो सुबह तक होंठ नर्म महसूस होते हैं। यह संक्रमण को भी दूर रखता है।

2. नारियल तेल: रूखेपन से तुरंत राहत
आयुर्वेद में नारियल तेल को शीतल गुण से भरपूर माना गया है, यानी यह शरीर को ठंडक और आराम देता है। यह विटामिन-ई (Vitamin E) और फैटी एसिड्स से भरपूर होता है, जो होंठों के रूखेपन को खत्म करने में सहायक है। दिन में दो-तीन बार हल्के हाथों से नारियल तेल लगाने से न सिर्फ फटे होंठ ठीक होते हैं, बल्कि उनका प्राकृतिक गुलाबी रंग भी लौट आता है। यह होंठों पर एक सुरक्षात्मक परत बनाता है।

3. दूध की मलाई: खोई हुई नमी वापस लाने का उपाय
घर में आसानी से मिलने वाली मलाई में मौजूद प्राकृतिक फैट्स और लैक्टिक एसिड होंठों के रूखेपन को दूर करने में मदद करते हैं। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाकर नई नमी लाती है। यह उपाय उन लोगों के लिए बेहतरीन है, जो होंठों को मुलायम और कोमल बनाना चाहते हैं। सोने से पहले मलाई की हल्की परत लगाने से रातभर में होंठों की खोई हुई नमी वापस आ जाती है।

dry-chapped-lips

4. खीरे का रस: जलन और सूजन को करे शांत
खीरा प्राकृतिक रूप से हाइड्रेशन देता है। आयुर्वेद के मुताबिक, खीरा शरीर के पित्त को शांत करता है, यानी जलन और सूजन को कम करता है। दिन में एक-दो बार खीरे के रस को रुई से होंठों पर लगाने से सूखापन दूर होता है और होंठों की सतह फिर से मुलायम हो जाती है। यह उपाय खासकर तब फायदेमंद है जब होंठ छिल गए हों और उनमें जलन हो रही हो।

5. एलोवेरा जेल: होंठों को भीतर से करे हील
एलोवेरा (घृतकुमारी) अपने अद्भुत उपचार (Healing) गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो फटे होंठों की दरारों को भरने में मदद करते हैं। रात को सोने से पहले ताजे एलोवेरा जेल की थोड़ी मात्रा होंठों पर लगाने से यह रातभर में डैमेज्ड स्किन को ठीक करता है। यह होंठों को ठंडक भी देता है।

6. गुलाब जल और ग्लिसरीन: नमी का शक्तिशाली मिश्रण
गुलाब जल त्वचा के pH संतुलन को बनाए रखता है, जबकि ग्लिसरीन नमी को त्वचा में गहराई तक खींचता है। इन दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर रोज़ाना रात को होंठों पर लगाने से होंठों की नमी बरकरार रहती है। यह मिश्रण होंठों के कालेपन को दूर करने और प्राकृतिक रूप से गुलाबी होंठ पाने में भी सहायक है।

7. देसी घी: रूखेपन का सबसे पुराना समाधान
आयुर्वेद में देसी गाय के घी को सर्वोत्तम मॉइस्चराइज़र माना गया है। यह वात और पित्त दोनों दोषों को शांत करता है। रोजाना नहाने से पहले और रात को सोने से पहले हल्के हाथों से घी की मालिश करने से होंठों का फटना पूरी तरह बंद हो जाता है। यह सबसे सुरक्षित और असरदार तरीकों में से एक है।

ये भी है ज़रूरी सुझाव
सिर्फ बाहरी देखभाल ही नहीं, बल्कि शरीर के अंदर से हाइड्रेटेड रहना भी ज़रूरी है। सर्दियों में भी खूब पानी पीएँ। साथ ही, बार-बार होंठों को जीभ से चाटने से बचें, क्योंकि इससे नमी और तेज़ी से उड़ जाती है और समस्या बढ़ जाती है। इन प्राकृतिक उपायों को नियमित रूप से अपनाकर आप सर्दियों में भी मुलायम और गुलाबी होंठ पा सकते हैं।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*