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कर्मनाशा और चंद्रप्रभा सिस्टम में पर्याप्त जल भंडारण, किसानों को मिलेगी रोपाई में राहत

चंदौली जनपद के दक्षिणी हिस्से में धान की रोपाई पूरी तरह बारिश और बांधों के पानी पर आश्रित है। इस खरीफ सत्र में मानसून पूर्व ही बांधों के जल ग्रहण क्षेत्र में पर्याप्त पानी उपलब्ध है।
 

खरीफ सीजन के लिए बांधों में पर्याप्त पानी का भंडार

कर्मनाशा सिस्टम में 44 और चंद्रप्रभा में 24 दिन का पानी

जिले के किसानों को रोपाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा

चंदौली जिले के चकिया में खरीफ सीजन में धान की रोपाई के लिए बांधों में पर्याप्त पानी उपलब्ध है। जिले के किसानों को रोपाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा। कर्मनाशा सिस्टम के बांधों में 44 दिन और चंद्रप्रभा सिस्टम में 24 दिन का पानी उपलब्ध है।

आपको बता दें कि चंदौली जनपद के दक्षिणी हिस्से में धान की रोपाई पूरी तरह बारिश और बांधों के पानी पर आश्रित है। इस खरीफ सत्र में मानसून पूर्व ही बांधों के जल ग्रहण क्षेत्र में पर्याप्त पानी उपलब्ध है। चंद्रप्रभा प्रखंड सिंचाई विभाग में उपलब्ध आंकड़ों में कर्मनाशा सिस्टम में 44 दिन के लिए कुल 3200 मिलियन घनफुट पानी मौजूद है। जिसमें नौगढ़ बांध का जलस्तर वर्तमान में 884.6 फीट है इस बांध में 1200 मिलियन घन फीट पानी है।

वही मूसाखाड बांध का जलस्तर 345.02 फीट है। इस बांध में 1920 मिलियन घन फीट पानी मौजूद है। वही लतीफशाह बीयर का जलस्तर 2.79 फीट है। इस बीयर में 80 मिलियन घन फीट पानी है। आंकड़ों के अनुसार चंद्रप्रभा बांध का जलस्तर 757.01 फीट है इस बांध में 1117 मिलियन घनफीट पानी है। जो बांध के कमांड एरिया के खेतों को 24 दिन तक पानी देने में सक्षम है।

इस संबंध में चंद्रप्रभा प्रखंड के अधिशासी अभियंता सर्वेश चंद्र सिंहा ने कहा कि अभी मानसून सत्र आरंभ नहीं हुआ है इसके पूर्व ही बांधों में मौजूद पर्याप्त पानी किसानों के लिए राहत है, बांधों में रोपाई के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है।

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