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ज्यादातर वार्ड ब्वाय के सहारे चलता रहता है प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इलिया

चंदौली जिला के इलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सकों के न आने से स्वास्थ्य ब्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है। ऐसी स्थिति में वार्ड ब्वाय मरीजों का इलाज करने को विवश हैं
 

स्वास्थ्य ब्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है

चिकित्सकों ने मरीजों के भविष्य के साथ कर रहे है खिलवाड़

 चंदौली जिला के इलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सकों के न आने से स्वास्थ्य ब्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है। ऐसी स्थिति में वार्ड ब्वाय मरीजों का इलाज करने को विवश हैं। जो मरीजों की भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

 बताते चलें कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्साधिकारी डा० मणिकेश प्रताप सिंह के अलावा डा०अरविन्द पाण्डेय, सिस्ट राघवेन्द्र सिंह, फर्माएलए विजय कुमार,एएनएम सरोज मौर्य व वार्ड ब्वाय रविन्द्र कुमार की नियुक्ति है। जिन्हें शासन द्वारा प्रति माह लाखों रुप वेतन के रुप में दिया जाता है।

 बावजूद कोई प्राईवेट डिसपेंसरी चला रहा है तो कोई कार्यस्थल से अनुपस्थित होकर अपने निजी कार्य में ब्यस्त है। यही कारण है कि मंगलवार को 10:45 तक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोई भी चिकित्सक उपस्थित नहीं था। स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले दर्जनों मरीज डॉक्टर का इंतजार करते करते पर्ची कटाने के बाद वापस लौट गए तो गरीब तबके के मरीजों का इलाज वार्ड ब्वाय रविन्द्र कुमार को करना पड़ा। वहीं कई मरीज प्रतीक्षालय में बैठकर डॉक्टर साहब के आने का इंतजार करते रहे। 

 किसी तरह डॉक्टर अरविंद पांडेय अपनी ड्यूटी की जिम्मेदारी समझते हुए 10:50 बजे स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए जहां वह मरीजों का इलाज किए। लेकिन चिकित्साधिकारी डा० मणिकेश प्रताप सिंह,फर्मासिस्ट राघवेन्द्र सिंह व एलए विजय कुमार अनुपस्थित मिले।कर्मचारी के आये दिन गायब रहने की प्रवृत्ति का परिणाम दूर दराज के गांवों से आने वाले मरीजों को उठानी पड़ती है।

    स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों के गायब रहने की जानकारी मिलते ही मुख्य चिकित्साधिकारी भड़क उठे और वह तत्काल चिकित्सा अधिकारी डॉ मणीकेश सिंह को फोन द्वारा कड़ी फटकार लगाते हुए कार्यप्रणाली में सुधार न लाने पर स्थिति से शासन को अवगत कराने की बात कही।

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