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पशु तस्करों ने दी सरकारी अफसरों को चुनौती, हम बनाएंगे अपना रास्ता..रोक सको तो रोको

चकिया इलाके से बिहार की ओर जाने वाले पशु तस्करों के साथ साथ मनबढ़ वाहन चालकों ने पुल के दोनों तरफ पक्की जुड़ाई को तोड़कर अपने लिए रास्ता बना लिया है।
 

मूसाखांड बांध के पास जर्जर पुल

विभाग ने रोक दिया था रास्ता

पशु तस्करों ने फिर से खोला रास्ता और तोड़ दी पक्की दीवार

चंदौली जिले की चकिया तहसील क्षेत्र के मूसाखांड बांध के पास पिछले दिनों विभाग द्वारा सर्वे के दौरान जर्जर पुल होने के बाद एक्शन मोड में आकर उक्त पुल पर लोगों के साथ-साथ भारी वाहनों के आवागमन पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाने के लिए बोर्ड लगाने के साथ साथ पक्की ईंट से दीवार बना दी थी। जिससे कि वहां से वाहनों का आवागमन बंद हो सके, लेकिन पशु तस्करों ने सरकारी अफसरों की पहल पर पलीता लगाकर अपना रास्ता बना लिया है।

चकिया इलाके से बिहार की ओर जाने वाले पशु तस्करों के साथ साथ मनबढ़ वाहन चालकों ने पुल के दोनों तरफ पक्की जुड़ाई को तोड़कर अपने लिए रास्ता बना लिया है। कहा जा रहा रहा है कि यह रास्ता पशु तस्करों के लिए काफी आसान है, इसीलिए इसको फिर से जारी रखने की कोशिश की जा रही है।

आपको बताते चलें कि उक्त पुल पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा मौके पर निरीक्षण करने के साथ ही सूचना बोर्ड लगाकर भारी वाहनों को रोक दिया गया था और पुल के दोनों तरफ पक्की जुड़ाई से दीवाल बनवा दी थी। लेकिन देर रात्रि में पशु तस्करी करने वालों को यह बात पसंद नहीं आयी उन्होंने इसे तोड़ते हुए रास्ते को फिर से अपने आने जाने के लिए खोल लिया।

अब ये पशु तस्कर प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं और बता रहे हैं कि वह इसी जर्जर पुल से अपनी गाड़ियां लेकर  जाएंगे। आपको बताते चलें कि ‌मूसाखांड‌ बांध के पास कर्मनाशा नदी पर बनाया गया पुल बहुत ही जर्जर है। अगर उस पर ध्यान नहीं दिया जाएगा तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

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