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पर्यावरण को बनाए रखने में वन्य जीवों का भी अहम योगदान

वृक्ष मनुष्य को ऑक्सीजन देते हैं वही मनुष्य द्वारा छोड़े गए तो प्रदूषित कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं। इतना ही नहीं उनकी लकड़ियां जन्म से लेकर मृत्यु तक काम में आती हैं।
 

 वन्य प्राणी सप्ताह समापन के अवसर पर बोले वृक्ष बंधु डॉ परशुराम सिंह 

 

चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत कटवां माफी गांव निवासी वृक्ष बंधु परशुराम सिंह ने कहा कि पर्यावरण को बनाए रखने में वन्य जीवो का भी महत्वपूर्ण भूमिका होता है। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखकर मानव जीवन को सुरक्षित रखा जा सकता है।

वन्य प्राणी सप्ताह के समापन के अवसर पर शुक्रवार को पत्रकारों से रूबरू होकर डॉ परशुराम सिंह कहते हैं कि वन है तो वन्यजीव हैं, वन है तो मानव जीवन है। अर्थात धरती पर किसी तरह का जीवन है तो पेड़ पौधों से है। क्योंकि पेड़ पौधों के बिना जल भी संभव नहीं है और जल के बिना जीवन भी नहीं है। कहा कि वृक्षों से मानव जीवन का भी गहरा लगाव है इसलिए वृक्ष के बिना मानव का जीवन असंभव है। 

उसी प्रकार वनों के बिना वन्य जीव का होना नामुमकिन है। वृक्ष मनुष्य को ऑक्सीजन देते हैं वही मनुष्य द्वारा छोड़े गए तो प्रदूषित कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं। इतना ही नहीं उनकी लकड़ियां जन्म से लेकर मृत्यु तक काम में आती हैं। इसलिए सबका दायित्व है कि वनों को बचाए रखने में लोग अपना योगदान दें।

 उन्होंने कहा कि पेड़ों को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचे उसके सुरक्षा का दायित्व खुद निभाए। और प्रदूषण मुक्त भारत को बनाए रखने में सभी लोग अपने अपने हाथों से अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं। जिससे अपने आप को सुरक्षित रखने के साथ ही वन्यजीवों को भी सुरक्षा प्रदान करें।

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