भभौरा में सरकारी गल्ला दुकान के आवंटन पर विवाद, रिश्वत लेकर दुकान देने का अफसरों पर आरोप
ग्राम पंचायत भभौरा में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन
हिस्ट्रीशीटर अमरनाथ के बजाय भतीजे पिंकल यादव को मिला लाइसेंस
अधिकारियों पर रिश्वत लेने का बड़ा आरोप
चंदौली जिले के चकिया विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत भभौरा में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। शिकायतकर्ता ओमप्रकाश ने आरोप लगाया है कि विभागीय अधिकारियों ने साजिश और रिश्वत के आधार पर अनुचित तरीके से दुकान का आवंटन किया।
खुली बैठक में हुआ चुनाव, लेकिन बदला फैसला
ग्राम पंचायत भभौरा में विभाग की ओर से खुली बैठक आयोजित कर दुकान आवंटन का चुनाव कराया गया। इसमें अमरनाथ को 227 वोट और रिंकू को 75 वोट मिले। वोटों में स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद दुकान का आवंटन अमरनाथ को न देकर उनके भतीजे पिंकल यादव को कर दिया गया। शिकायतकर्ता का कहना है कि चुनाव के दौरान पिंकल यादव की कोई भूमिका नहीं थी।

हिस्ट्रीशीटर होने से रोका गया आवंटन
शिकायत के अनुसार, अमरनाथ अशिक्षित हैं और उनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसी कारण उन्हें पुलिस से चरित्र प्रमाण पत्र नहीं मिला। इस बाधा को देखते हुए विभाग ने कथित तौर पर साजिश रचते हुए उनके भतीजे पिंकल यादव के नाम दुकान का आवंटन कर दिया।
फर्जी प्रस्ताव और रिश्वतखोरी का आरोप
शिकायतकर्ता ओमप्रकाश का कहना है कि अधिकारियों ने रिश्वत लेकर पिंकल यादव का नाम चयनित किया। आरोप है कि विभाग ने फर्जी प्रस्ताव बनाकर ग्रामवासियों से जबरन हस्ताक्षर कराए और पिंकल यादव का आवंटन सुनिश्चित किया। उन्होंने इस नियुक्ति को रद्द कर नए चुनाव की मांग की है।
अधिकारियों का पक्ष
कार्यालय से प्राप्त दस्तावेजों में दर्ज है कि तहसील स्तरीय चयन समिति की बैठक में सर्वसम्मति से पिंकल यादव को विक्रेता नियुक्त किया गया। यह निर्णय खंड विकास अधिकारी के कार्यालय से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर लिया गया। वहीं, सप्लाई इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जानकारी उन्हें फिलहाल नहीं है। यदि ऐसा कोई मामला सामने आता है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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