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प्रथम मुख्यमंत्री का धूमधाम से मनाया गया जन्मदिन, उनके जीवन पर डाला गया प्रकाश

 

चंदौली जिले के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत विभिन्न प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक एवं कम्पोजिट विद्यालयों में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान पुरोधा एवं भारत रत्न से अलंकृत उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत 134 वी जयंती धूमधाम से मनाई गई।


 इस दौरान प्राथमिक विद्यालय मगरौर पूर्व माध्यमिक विद्यालय सैदूपुर और कम अपोजिट विद्यालय बेलावर, उसरी, धन्नीपुर, शाहपुर सहित कई विद्यालयों में शिक्षकों ने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के जन्मदिवस के अवसर पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया। तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व राष्ट्र के प्रति उनके योगदान के बारे में छात्र छात्राओं को विस्तार पूर्वक बताया गया।

Birthday of first CM celebrated


    शिक्षकों ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत का जन्म 10 सितंबर 1987 को अल्मोड़ा जिले की श्यामली पर्वत क्षेत्र स्थित कूट गांव में महाराष्ट्रीय मूल के एक ब्राह्मण कुटुंब में हुआ था। इनकी मां का नाम गोविंदी जी भाई और पिता का नाम मनोरथ पंथ था। बचपन में ही इनके पिता की मृत्यु हो जाने के कारण उनकी परवरिश उनके नाना श्री बद्री दत्त जोशी ने किया। 1905 में उन्होंने अल्मोड़ा छोड़ दिया और इलाहाबाद चले गए। 


वहीं मेवाड़ सेंट्रल कॉलेज में भी गणित साहित्य और राजनीति विषयों के अच्छे विद्यार्थियो में सबसे तेज थे। वे शिक्षा अध्ययन के साथ-साथ में कांग्रेस पार्टी के स्वयंसेवक का कार्य भी करते थे।

Birthday of first CM celebrated


 1907 में बीए और 1909 में कानून की डिग्री उन्होंने सर्वोच्च अंकों के साथ हासिल की थी। जिसके कारण उन्हें कालेज की ओर से लैंसडौन अवार्ड दिया गया। 1910 में उन्होंने अल्मोड़ा आकर वकालत शुरु की। वकालत के सिलसिले में वे पहले रानीखेत गए फिर काशीपुर में जाकर प्रेम सभा नाम की एक संस्था का गठन किया। जिसका उद्देश्य शिक्षा और साहित्य के प्रति जनता में जागरूकता उत्पन्न करना था।


   इस दौरान विनोद मौर्य संतोष प्रसाद त्रिपाठी, दिनेश कुमार, अभय यादव, राजेश, चंचल,भोला प्रसाद, महेंद्र यादव, शशिकला, शशि प्रभा, उषा सिंह, रेनू वर्मा, सैयद यूनुस, मनोज तिवारी, विजय श्याम तिवारी आदि शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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