चकिया रोडवेज बस स्टैंड भी सुधार दीजिए मंत्रीजी, कब तक दुर्दशा पर बहाएगा आंसू
बड़े-बड़े जनप्रतिनिधियों का दावा फेल
परिवहन विभाग के मंत्री ने भी किया था वादा
नेता अजय राय ने की मांग
इस बस अड्डे से चकिया से लंका तक चलने वाली 2 बसों का उद्घाटन देखकर एक प्रचलित कहावत याद आ गयी। भाजपाइयों ने हाथी आया-हाथी आया की तर्ज पर इस काम का खूब हल्ला मचाया लेकिन कई महीने से चर्चा में रहे सत्तारूढ़ दल के जनप्रतिनिधियों के प्रयास का खूब ढिंढोरा पीटा गया। परिवहन मंत्री ने परिवहन विभाग के जर्जर हो चुके चकिया रोडवेज बस स्टैंड को मरम्मत कराने, मिर्जापुर के रास्ते इलाहाबाद, चकिया से कंचनपुर मार्ग होते हुए लंका तक बस चलाने, नौगढ़ के रास्ते राबर्ट्सगंज तक बस चलाने और सभी डग्गामार रोडवेज बस को हटाकर बेहतर बस चलाने का आदेश दिया था।
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इस प्रयास को लेकर जनप्रतिनिधियों ने चकिया के जनता की वाहवाही बटोरी थी, लेकिन इस बारे में केवल 2 बसें चलाकर खानापूर्ति की गयी। जर्जर हो चुके चकिया रोडवेज की हल्की मरम्मत, चुना - पेंटिंग की खानापूर्ति , अब बस बढ़ाने के नाम पर चकिया से कंचनपुर मार्ग से लंका तक एक रोडवेज बस चलायी गयी है, यहां से एक बस आएगी व एक बस जाएगी।
चकिया के लोगों को यहां आने के लिए देर रात में मुगलसराय से कोई साधन नहीं मिलता। कोई रोडवेज या बेहतर सवारी नहीं मिलती। मुगलसराय चकिया मार्ग पर चलने से डग्गामार रोडवेज बस पर कोई बैठना नहीं चाहता हैं और चकिया - मुगलसराय के भाड़े में भी कोई बड़ा अंतर नही हैं। जर्जर रोडवेज बस स्टैंड मवेशियों का अड्डा बना हुआ हैं। वहां गंदगी का अंबार हैं। शौचालय व पेशाबघर क्षतिग्रस्त हैं। उद्घाटन में जानें वाले इसका भी ध्यान दें और अपने मिलें वाहवाही पर भी ध्यान दें।
आज आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने चकिया रोडवेज बस स्टैंड अभी भी ध्यान दिलाते हुए रोडवेज बस अड्डे की अच्छी तरह से मरम्मत कराने, सभी डग्गामार रोडवेज बसों को हटाकर आधुनिक रोडवेज बस चलाने, रोडवेज बस चलने की समय तय करने, रोडवेज बस स्टैंड में बने शौचालय व पेशाबघर की मरम्मत व साफ सफाई कराने की मांग की है।
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार रोडवेज बस की भाड़ा कम करके रात्रि में दस बजे भी मुगलसराय से चकिया तक एक रोडवेज बस चलाने की मांग की, जिससे चकिया से मुगलसराय तक आने जाने वाले यात्रियों की यात्रा सुगम हो सके।
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