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चकिया बस स्टेशन का होगा कायाकल्प : बनेगा डीलक्स शौचालय, वेटिंग एरिया और मल्टीस्टोरी बिल्डिंग

चकिया नगर स्थित उपेक्षित रोडवेज बस स्टेशन के दिन अब बहुरने वाले हैं। यात्री सुविधाओं के विस्तार और नियमित बस संचालन की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
 

2.5 करोड़ की लागत से बदलेगा बस स्टेशन का स्वरूप

भाजपा विधायक, चेयरमैन और रोडवेज अधिकारियों ने की संयुक्त बैठक

 उपेक्षित रोडवेज बस स्टेशन के दिन बहुरने की उम्मीद

चंदौली जिले के चकिया नगर स्थित उपेक्षित रोडवेज बस स्टेशन के दिन अब बहुरने वाले हैं। यात्री सुविधाओं के विस्तार और नियमित बस संचालन की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। परिवहन निगम से ढाई करोड़ रुपये की मंजूरी मिलने के बाद अब बस स्टेशन का व्यापक स्तर पर कायाकल्प होगा।

इस परियोजना के तहत बस स्टेशन परिसर में डीलक्स शौचालय, रूफबेंच, वेटिंग एरिया, इंटरलॉकिंग, वाटर कूलर और एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण कराया जाएगा। मंगलवार को एआरएम उमाशंकर त्रिपाठी, विधायक कैलाश आचार्य, चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर कार्य योजना पर मंथन किया।

पुराना बस स्टेशन बना था परेशानी का कारण

चकिया बस स्टेशन की स्थापना वर्ष 1975 में मुकदमेबाजी के लंबे दौर के बाद हुई थी। उस समय यहां से वाराणसी, प्रयागराज, शक्तिनगर, सिंगरौली, नौगढ़ और लखनऊ तक बसें चलती थीं। लेकिन समय के साथ उपेक्षा के कारण बड़े रूटों पर बस संचालन बंद होता गया और लोग प्राइवेट वाहनों पर निर्भर हो गए।

वर्तमान में यहां से केवल नौगढ़, अहरौरा, सिकंदरपुर कंचनपुर होते हुए टेंगरा मोड़ और लंका तक बसों का संचालन हो रहा है, जो जरूरत के अनुपात में बहुत कम है।

बस स्टेशन बना था जुआड़ियों का अड्डा

बस संचालन बंद होने के बाद बस स्टेशन परिसर असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया था। जिससे स्थानीय यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। इसे देखते हुए विधायक कैलाश आचार्य और चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव ने परिवहन राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह से मिलकर बस स्टेशन के पुनर्विकास की मांग की थी।

2022 में हुआ था पहली बार निरीक्षण

साल 2022 में मंत्री पदभार ग्रहण करने के बाद परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने चकिया बस स्टेशन का दौरा किया था और तत्कालीन सुधार के लिए 4 लाख रुपये की मंजूरी दी थी। उसी धन से रंग-रोगन और मरम्मत तो हुई, लेकिन मूलभूत समस्याएं जस की तस बनी रहीं।

अब ढाई करोड़ की लागत से एक समग्र विकास योजना को मंजूरी मिलने से उम्मीद की जा रही है कि चकिया क्षेत्र के हजारों यात्रियों को जल्द ही बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सक्रियता रंग लाई

चकिया बस स्टेशन के पुनर्विकास में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण रही। निरीक्षण के दौरान परिवहन विभाग के अरविंद कुमार गोंड, शुभम मोदनवाल, दीपक चौहान सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

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