चंदौली में फेल हो गया BN सीड कंपनी के धान का बीज, किसानों की 200 बीघा फसल चौपट
बीएन सीड कंपनी के धान बीज से 200 बीघा फसल चौपट
एमटीयू-1318 धान वैराइटी ने दिया धोखा
70 कुंतल प्रति एकड़ के वादे पर 10 कुंतल उपज का अनुमान
किसानों ने की कंपनी पर कार्रवाई की मांग
किसानों ने की मुआवजे की मांग
आगामी किसान दिवस पर डीएम से करेंगे शिकायत
चंदौली जिले के शहाबगंज विकासखंड क्षेत्र में बीएन सीड कंपनी द्वारा बेचे गए धान के बीज (वैराइटी एमटीयू-1318) के कारण करीब 200 बीघा फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है, जिससे किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर पानी फिर गया है। किसान संगठन अब इस धोखाधड़ी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम और जिलाधिकारी से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
उत्पादन के झूठे वादे किसान परेशान
किसानों का आरोप है कि कंपनी ने एमटीयू-1318 वैराइटी को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे। कंपनी ने वादा किया था कि यह किस्म लोकप्रिय नाटी मंसूरी सुवर्णा से 15 दिन पहले पक जाएगी और इसका उत्पादन लगभग 45 कुंतल प्रति एकड़ (करीब 70 मन प्रति बीघा) होगा। शहाबगंज विकासखंड के जिगना, बरांव, अरारी, सेमरां, मसोई, हड़ौरा, बरियारपुर, लेहरा, बड़ौरा, घोड़सारी आदि गांवों के किसान अभी भी हैरान हैं। जहां आसपास के खेतों की फसलें कट चुकी हैं, वहीं बीएन सीड की एमटीयू-1318 वैराइटी अभी भी खेत में कच्ची और हरी खड़ी है।
पैदावार में भारी गिरावट से नाराज
किसानों ने बताया कि उन्होंने कठिन मेहनत और भरपूर लागत लगाई, लेकिन परिणाम निराशाजनक रहा। खेतों में सिर्फ 40 प्रतिशत पौधों में ही बालियां निकलीं, और उनमें भी दाने बेहद कम व हल्के हैं। ठंड बढ़ने के कारण देर से निकली बालियों में दानों का भराव (Filling) ठीक से नहीं हो पाया।
परिणामस्वरूप, इस धान की उपज प्रति एकड़ मुश्किल से 10 कुंतल होने का अनुमान है, जबकि कंपनी ने 70 कुंतल प्रति एकड़ तक उत्पादन का वादा किया था। फसल खराब होने से किसानों की खरीफ और रबी-दोनों मौसमों की आय प्रभावित हो गई है।
कंपनी की उदासीनता पर संगठन ने की कार्रवाई की मांग
किसानों के लगातार आरोपों के बाद बीएन सीड कंपनी के अधिकारी दो बार खेतों का सर्वे कर चुके हैं, लेकिन किसानों के अनुसार अब तक कंपनी ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है और जिम्मेदारी लेने से पीछे हट गई है। किसान विकास मंच के उपाध्यक्ष इंद्रदेव यादव ने पीड़ित किसानों के खेतों का निरीक्षण किया और कहा कि कंपनी ने किसानों से पैसे तो वादे करके लिए, लेकिन फसल खराब होने पर अब जिम्मेदारी से भाग रही है। संगठन मंत्री रामअवध सिंह ने किसानों को सलाह दी है कि वे बीएन सीड कंपनी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करें और फसल क्षति का मुआवजा व दंडात्मक कार्रवाई की मांग करें।
किसान नेताओं ने बताया कि इस पूरे मामले से उप कृषि निदेशक भीमसेन और जिला कृषि अधिकारी डॉ. विनोद यादव को अवगत करा दिया गया है।
अब जिले के डीएम से मुलाकात की तैयारी
आक्रोशित किसान रामअवध सिंह, इंद्रदेव यादव, राजबंश, रामचरन, मनोज, उमेश यादव, पप्पू, मिठ्ठू यादव, चंदन सिंह, सत्यनारायण सिंह ने निर्णय लिया है कि आगामी किसान दिवस पर वे जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग से मुलाकात करेंगे। वे जिलाधिकारी से मांग करेंगे कि बीएन सीड कंपनी को भविष्य में ऐसे अविश्वसनीय और भ्रामक बीज बेचने की अनुमति न दी जाए और पीड़ित किसानों को तुरंत राहत प्रदान की जाए।
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