चंदौली पुलिस ने चकिया में बाल मजदूरी से मुक्त कराए 4 बच्चे, बाल शिशु गृह को सौंपा
ऑपरेशन बचपन अभियान के तहत कार्रवाई
चकिया कस्बे से 4 नाबालिग बच्चे मुक्त
बाल मजदूरी से मुक्त कराकर बाल शिशु गृह को सुपुर्द
मिशन शक्ति फेज 5 के अंतर्गत अभियान
एएचटीयू टीम ने किया सफल ऑपरेशन
चंदौली जिले में पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति अभियान, फेज-5.0' के अंतर्गत "ऑपरेशन बचपन अभियान" में बड़ी सफलता मिली है। इस अभियान के क्रम में चंदौली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चकिया कस्बे से चार नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराया है।
टीम गठित कर चलाया गया अभियान
यह अभियान पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन दिगंबर कुशवाहा और क्षेत्राधिकारी पीडीयू नगर कृष्णमुरारी शर्मा के पर्यवेक्षण में चलाया जा रहा है। उनके निर्देशों के क्रम में एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) थाना की एक टीम गठित की गई। इस टीम में निरीक्षक राघवेंद्र सिंह और महिला हेड कांस्टेबल नीरज भारद्वाज शामिल थे, जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए चकिया कस्बे में चेकिंग की।
चेकिंग के दौरान टीम ने 04 नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी करते हुए पाया। बिना देर किए, पुलिस टीम ने उन सभी बच्चों को बाल मजदूरी के चंगुल से तत्काल मुक्त कराया। यह कार्रवाई बाल श्रम के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है।
बाल शिशु गृह को सुपुर्द किए गए बच्चे
बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराने के बाद, उनकी आगे की देखभाल, सुरक्षा और पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए सभी चारों बच्चों को बाल शिशु गृह (Child Shelter Home) को सुपुर्द किया गया है। बाल शिशु गृह में इन बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और भविष्य को ध्यान में रखते हुए उचित व्यवस्था की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि 'ऑपरेशन बचपन अभियान' आगे भी जारी रहेगा। इसका उद्देश्य जिले के हर उस बच्चे को बाल मजदूरी और शोषण से मुक्त कराना है, जिन्हें गरीबी या अन्य कारणों से उनके बचपन के अधिकारों से वंचित किया गया है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि बाल मजदूरी कराने वाले किसी भी व्यक्ति या संस्था के खिलाफ बाल श्रम कानून के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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