चाचा के दबाव में पनीर व्यवसायी ने बयान बदला, चौकी प्रभारी सूरज सिंह को मिला क्लीन चिट, आपसी सुलह से मामले का हुआ पटाक्षेप

व्यवसायी मुकेश यादव की चौकी इंचार्ज ने की थी पिटाई
फ्री में पनीर न देने का मामला
चौकी इंचार्ज पीटते हुए ले गये थे थाने
पिटाई के बाद हुआ था चक्का जाम
चंदौली जिला के इलिया कस्बा के खोवा पनीर विक्रेता को चौकी इंचार्ज सूरज सिंह द्वारा मारने पीटने के मामले का पटाक्षेप रविवार को हो गया है। खोवा पनीर विक्रेता मुकेश यादव और चौकी इंचार्ज सूरज सिंह के बीच पूर्व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजेश यादव ने सुलह समझौता कराकर मामले को रफा दफा कर दिया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार व्यवसायी मुकेश यादव पूर्व प्रधान प्रतिनिधि का भतीजा है। चाचा के कहने पर उसने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जाकर एसपी के समक्ष मारपीट का बयान बदलकर चौकी प्रभारी को मामले से पूरी तरह बचा लिया। जिस पर एसपी आदित्य लांग्हें ने चौकी प्रभारी सूरज सिंह को क्लीन चिट दे दी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से वापस लौटकर आने के बाद व्यवसायी मुकेश यादव ने बताया कि उसने चाचा के कहने पर सब कुछ किया है और मामले में जो कुछ भी है वह उसके चाचा राजेश यादव ही जानते हैं।

विदित हो कि व्यवसायी मुकेश यादव द्वारा शनिवार की शाम चौकी प्रभारी सूरज सिंह को पनीर न देने पर वह उसे मारते पीटते घसीटते हुए हुए गाड़ी में बैठाकर थाना ले गए थे। जिस पर कस्बा के व्यापारी उग्र हो गए थे और लेवा इलिया मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर चौकी प्रभारी के निलंबन का मांग किया था। 45 मिनट तक चले चक्का जाम के बाद थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह मौके पर आकर व्यापारियों को समझा बूझाकर 24 घंटा के अंदर चौकी इंचार्ज को हटाए जाने का आश्वासन देकर चक्का जाम समाप्त कराया था।
पुलिस अधीक्षक के यहां हुई इस तरह की पंचायत के बाद मामले को रफा दफा किए जाने से एक अलग तरह का संदेश जा रहा है । लोगों को यह बात समझ में आ गई है कि पुलिस ने इस मामले में अपनी ओर से दबाव बनाकर मामले को सुलझाया है और सलाह न करने पर तरह-तरह की धमकी भी दी है, जिससे पीड़ित के पास सुलह करने और अपनी शिकायत वापस लेने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है ।
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