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धान की औसत उपज का आकलन करने के लिए की गई क्राप कटिंग, उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा ने अपने हाथों से की क्राप कटिंग

कृषि विभाग के अधिकारियों की देखरेख में उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा दोनों विकासखंड के गांवों में बारी-बारी से दलबल के साथ पहुंची।
 

जब एसडीएम दिव्या ओझा ने खुद अपने हाथों से काटी धान की बालियां

क्राप कटिंग का कार्य पूरा कराया

एसडीएम के कार्यों की सर्वत्र हो रही है चर्चा

चंदौली जिला के चकिया तथा शहाबगंज विकासखंड में धान की औसत उपज का आकलन करने के लिए बुधवार को क्राप कटिंग की गई। क्राप कटिंग खुद उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा ने अपने हाथों से की। कार्यों के प्रति लगनशीलता एवं खेती बाड़ी में एसडीएम की अभिरुचि की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है।

आपको बता दें कि कृषि विभाग ने धान की क्राप कटिंग करने के लिए चकिया विकासखंड के बीकापुर तथा शहाबगंज विकासखंड के कलानी गांव का चयन किया गया था।

बताते चलें कि कृषि विभाग के अधिकारियों की देखरेख में उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा दोनों विकासखंड के गांवों में बारी-बारी से दलबल के साथ पहुंची। और धान की क्राप कटिंग में अपनी अभिरुचि दिखाते हुए खुद अपने हाथों से धान की बालियों को काटने का काम किया। इसके लिए वह विधिवत खेतों में जाकर हाथों में हंसिया लेकर धान की बालियों को काटा। एसडीएम के इस कार्य को देखकर राजस्व विभाग के अन्य अधिकारियों ने क्राप कटिंग का काम पूरा कराया।

crop cutting

बता दें कि स्मरण हो कि खरीफ की फसल का औसत उत्पादन निकालने के लिए क्रॉप कटिंग की जाती है। क्रॉप कटिंग के आधार पर ही जनपद के कृषि उत्पादन के आंकड़े तैयार करके शासन को भेजे जाते हैं क्राप कटिंग से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर फसल बीमा धारक को नुकसान का मुआवजा दिया जाता है, तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण होता है।

फसल उत्पादन का औसत जानने के लिए पंचायतवार खेतों में जाकर क्रॉप कटिंग की जाती है। क्रॉप कटिंग के तहत चिह्नित खेत में जाकर 10 गुना 5 वर्ग मीटर में धान की तैयार फसल को काटा जाता है। अधिकारी की मौजूदगी में उससे फसल निकाली जाती है। फिर रिकॉर्ड तैयार किया जाता।

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