मांग के अनुरूप समितियों पर नहीं मिल रही हैं खाद, नैनो खाद लेने का जबरदस्ती बनाया जा रहा है दबाव
किसान विकास मंच के नेताओं ने सरकार की की आलोचना
सरकार की नीतियों का विरोध में बोले रामअवध सिंह
नैनो डीएपी लेने के लिए जबरन बनाया जा रहा है दबाव
चंदौली जिले के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत किसान विकास मंच के नेता रामअवध सिंह ने कहा है कि भाजपा की केंद्र एवं प्रदेश सरकार किसान विरोधी नीति पर चल रही है।
किसानों की मांगों के अनुरूप सहकारी समितियों पर खाद नहीं मिल रही है, सिर्फ तीस प्रतिशत ही खाद समितियों पर सस्ते दरों पर बेचने के लिए दी जा रही है। जबकि 70 प्रतिशत खाद प्राइवेट में महंगें दामों पर उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसे खरीदने तथा ऊपर से नैनो डीएपी को लेने के लिए किसानों को विवश किया जा रहा है।
किसान नेता रामअवध सिंह ने कहा कि सौ बोरी डीएपी पर एक पेटी नैनो डीएपी सहकारी समितियां तथा प्राइवेट दुकानदारों को लेने की बाध्यता है। ऐसी स्थिति में कोऑपरेटिव तथा प्राइवेट दुकानदारों से किसानों को नैनो डीएपी लेना मजबूरी बना हुआ है।
श्री सिंह ने कहा कि एक पेटी में 24 बाटल डीएपी होते हैं प्रति बाटल की कीमत 600 रुपये होता है और एक पेटी की कीमत 14 हजार 400 आता है।
किसान नेता रामअवध सिंह का कहना है कि नैनो डीएपी जबरन किसानों को थोपा जा रहा है। जबकि किसान इस उर्वरक का कत्तई इस्तेमाल करना नहीं चाहते, सरकार की यह नीति किसान हित में नहीं है, जिसका हर जगह से विरोध होना चाहिए। वह सरकार की इस नीति के विरुद्ध किसानों का समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। किसानों का समर्थन मिलने के बाद वह जंग का ऐलान करेंगे।
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