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सिजेरियन ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर हॉस्पिटल छोड़कर हुआ फरार, हॉस्पिटल सील

परिजनों का आरोप है कि आदर्श हॉस्पिटल से जाने के बाद मौका पाकर डॉक्टर अपनी मोबाइल स्विच ऑफ कर वहां से फरार हो गया। इसके बाद शव लेकर वापस आदर्श हॉस्पिटल चकिया पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।
 

 लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने किया हंगामा

अस्पताल में पहुंची चकिया थाने की पुलिस

विभागीय अधिकारी ने किया हॉस्पिटल सील

चंदौली जिला के चकिया विकासखंड के मुरारपुर मोड़ स्थित आदर्श हॉस्पिटल के डॉक्टर द्वारा सिजेरियन ऑपरेशन के  बाद प्रसूता की मौत हो गई वही ऑपरेशन करने वाला झोलाछाप डॉक्टर देवेन्द्र सिंह फरार बताया जा रहा है। इसके बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। सूचना पर पहुंची चकिया कोतवाली पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

Death of mother and child

प्राप्त जानकारी के अनुसार चकिया विकासखंड के ग्राम नेवाजगंज निवासी पूनम देवी पत्नी धर्मदेव 24 वर्ष को प्रसव पीड़ा के बाद पति धर्मदेव द्वारा चकिया अहरौरा रोड पर मुरारपुर मोड़ स्थित आदर्श हॉस्पिटल ले जाया गया  जहाँ पर डॉक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड कराया गया तथा परिजनों से नवजात बच्चे के गर्भ में मृत हो जाने की बात कही गई तथा सहमति पर प्रसूता का सिजेरियन ऑपरेशन किया गया।

Death of mother and child

ऑपरेशन के कुछ घंटे के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी इसके बाद रात को ही आरोपी डॉक्टर द्वारा एंबुलेंस बुलाकर प्रसूता को वाराणसी स्थित शुभम हॉस्पिटल अमरा, अखरी चौराहा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि आदर्श हॉस्पिटल से जाने के बाद मौका पाकर डॉक्टर अपनी मोबाइल स्विच ऑफ कर वहां से फरार हो गया। इसके बाद शव लेकर वापस आदर्श हॉस्पिटल चकिया पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।
 सूचना पर पहुंची चकिया कोतवाली पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। वही जच्चा बच्चा की आकस्मिक मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है।

Death of mother and child

 इस संबंध में जिला संयुक्त चिकित्सालय चकिया के चिकित्सा प्रभारी विकास सिन्हा ने बताया कि सूचना के बाद मौके पर जाकर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। जांच के बाद संचालक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
 गौरतलब है कि बिना रजिस्ट्रेशन के कुकुरमुत्ता की तरह आए दिन खुल रहे इस प्रकार के अवैध हॉस्पिटलों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होती है। जिसकी कीमत आम जनमानस अपनी जान देकर चुकाता है।

देखना है जच्चा बच्चा की मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा किस तरह का करवाई अवैध संचालित होने वाले हॉस्पिटलों पर करता है।

Death of mother and child

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