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डॉ आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

चर्चा के दौरान समाजसेवी रतीश कुमार ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर  32 डिग्रियो के साथ 9 भाषाओं के जानकार थे। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मात्र 2 साल 3 महीने में उन्होंने 8 साल की पढ़ाई पूरी की।
 

बाबा साहब के कार्यों को किया याद

सामाजिक,आर्थिक राजनीतिक,योगदान पर चर्चा

ऊंच-नीच में बंटे भारतीय समाज को पढ़ाया मानवता का पाठ

चंदौली जिले के शहाबगंज में बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को विकास खण्ड कार्यालय परिसर में एक श्रंद्धाजलि सभा का आयोजन किया गया,जिसमें उपस्थित लोगों ने उनके तैलीय चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुये उनके जीवन संघर्षों को याद किया गया।वही उनके शिक्षा,सामाजिक,धार्मिक, आर्थिक,न्यायायिक योगदान पर चर्चा की गयी।

Dr BR Ambedkar

चर्चा के दौरान समाजसेवी रतीश कुमार ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर  32 डिग्रियो के साथ 9 भाषाओं के जानकार थे। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मात्र 2 साल 3 महीने में उन्होंने 8 साल की पढ़ाई पूरी की। वह लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से 'डॉक्टर ऑल साइंस' नामक एक दुर्लभ डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त करने वाले दुनिया के पहले और एकमात्र व्यक्ति हैं।वे आधुनिक भारत के निर्माता थे।बाबा साहेब आंबेडकर ने कहा था कि छुआछूत गुलामी से भी बदतर है। उन्होंने देश से छुआछूत हटाने के काफी प्रयास किए। उन्होंने दलित उत्थान के लिए मुकनायक, बहिष्कृत भारत, समता, प्रबुद्ध भारत और जनता जैसी पांच पत्रिकाएं निकालीं।

Dr BR Ambedkar

उन्होंने कहा कि बाबा साहब की यह सोच थी कि महिलाओं की उन्नति तभी हो सकती है।जब उन्हें घर परिवार समाज सभी जगह समान दर्जा और अवसर मिले शिक्षा और संपत्ति में अधिकार उन्हें सामाजिक बराबरी दिलाने में मददगार साबित होगा इसके लिए उन्होंने देश के पहले कानून मंत्री के रूप में हिंदू समाज में क्रांतिकारी सुधार लाने के लिए हिंदू कोड बिल लोकसभा में पेश किया। ग्राम प्रधान बदरूद्वजा ने कहा कि धर्म व्यक्तिगत मसला है।लेकिन समता मूलक समाज का निर्माण संविधान और डॉ आंबेडकर के विचारों के रास्ते पर चल कर होता है।

Dr BR Ambedkar

श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने अपने अपने विचार रखे।इस दौरान ग्राम प्रधान  बदरूद्वजा,कृष्ण कुमार सन्त, बिजई प्रसाद, केशरीनन्दन जायसवाल, महेश प्रसाद कुरील, विनोद कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार, इबरार अली, देवेंद्र सिंह, बाबूलाल भाष्कर, कमला, अजय कुमार भारती, बब्बू मिश्र, सतीश, मदन ,सुधाकर,देवानन्द महर्षि, रमेश भारती,शशिशेखर सिंह,शशिशेखर (विक्की),निरुद्दीन, रमेश भारती, रविंनन्दन मौर्य,सन्तोष, आदर्श,गोलू उर्फ अमित कुमार वशिम अहमद आदि लोग उपस्थित थे।

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