जब नगर पंचायत चेयरमैन व अधिशासी अधिकारी आए आमने-सामने, नोटिस को देखकर बौखला गए अध्यक्ष

ईओ ने चेयरमैन व सभासदों को जारी कर लिया नोटिस
सियासी गलियारें मची खलबली
विधायक को कार्यालय जाकर संभालना पड़ा मोर्चा
चंदौली जिला के चकिया नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संतोष कुमार चौधरी ने नगर पंचायत अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव और एक सभासद को नोटिस जारी कर दी है। इससे सियासी गलियारे में खलबली मची हुई है। जबकि अध्यक्ष को ईओ का नोटिस जारी करना रास नहीं आ रहा।
कहा जा रहा है कि गुरुवार को अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव विधायक कैलाश खरवार आचार्य के साथ ईओ के दफ्तर में भी धमक पड़े। दरअसल मामला मैरिज लॉन का लाइसेंस शुल्क जमा नहीं करने पर अध्यक्ष को नोटिस जारी करने का है। वहीं बगैर नक्शा पास कराए आवास बनवाने के कारण का सभासद को चिट्ठी भेजे जाने का है।

लाइसेंस शुल्क जमा नहीं कर रहे थे चकिया के छह लॉन
नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासद को नोटिस जारी करने के पीछे की वजह बताते हुए अधिशासी अधिकारी संतोष कुमार चौधरी ने बताया कि वर्ष 2006 में एक नियम बनाया गया जिसमें मैरिज लॉन संचालकों को 39 मद लाइसेंसिंग शुल्क जमा करना होता है। वर्तमान अध्यक्ष सहित छह लान संचालक वर्षों से यह शुल्क जमा नहीं कर रहे थे। अध्यक्ष के कारण अन्य लॉन संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। लिहाजा ईओ ने राजस्व हित को देखते हुए सभी 6 लॉन संचालकों को शुल्क जमा करने के बाबत नोटिस जारी कर दी।

अध्यक्ष के नाम नोटिस जारी होने की खबर नगर में जंगल में लगी आग की तरफ फैल गई। वहीं वार्ड नंबर 1 के सभासद बादल सोनकर को इसलिए नोटिस जारी की गई, क्योंकि उन्होंने मां के नाम जारी प्रधानमंत्री आवास बगैर नक्शा पास कराए ही बना लिया था।
नोटिस जारी होती ही बढ़ी सियासी हलचल
भाजपा समर्थित नगर पंचायत अध्यक्ष के नाम नोटिस जारी होने की खबर नगर में तेजी से फैली गई। अधिशासी अधिकारी ने भले ही शासनादेश और राजस्व हित में फैसला लिया हो, लेकिन सत्ता पक्ष के नेताओं को यह रास नहीं आ रहा। उन्होंने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की। साथ ही गुरुवार 10 बजे ही अध्यक्ष, एसडीएम और विधायक के साथ ईओ के दफ्तर में धमक पड़े। बहरहाल सूत्रों की मानें तो इस मामले का हल निकाल लिया गया है।
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