नहर और माइनर की मरम्मत को लेकर खुश नहीं है चकिया इलाके के किसान, ठेकेदारों की मनमानी का कर रहे विरोध

माइनर मरम्मत में अनियमितता पर भड़के किसान
अपने स्तर से कर रहे विरोध और प्रदर्शन
लाखों खर्च होने के बाद भी नहीं होगा लाभ
चंदौली जिले के चकिया में चंद्रप्रभा सिस्टम से जुड़ी मुजफ्फरपुर बीयर से निकली गुलगुलिया माइनर की मरम्मत में मानकों की अनदेखी को लेकर रविवार को किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। हाजीपुर और फिरोजपुर के बीच स्थित दोमुंहवा के पास किसानों ने सिंचाई विभाग और ठेकेदार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।

भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष वीरेंद्र पाल के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में किसानों ने आरोप लगाया कि गुलगुलिया माइनर की मरम्मत पर 10 लाख 70 हजार रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन कार्य में मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत की बात कही।

किसानों ने बताया कि यह माइनर चौविसहा इलाके के बड़े हिस्से को सिंचित करती है। इससे निकली कई शाखाएं—राम लक्ष्मणपुर, इस्माइलपुर, पिपरिया, कुदरा, रामपुर आदि तक जाती हैं। मगर समय पर उचित मरम्मत न होने के कारण टेल तक के गांव जैसे बैरी, नीबी, इस्माइलपुर के खेत सूखे रह जाते हैं।
किसानों ने कहा कि वर्षों से इस माइनर की मरम्मत की मांग की जा रही थी। अब जब बजट स्वीकृत हुआ, तो काम में लापरवाही बरती जा रही है। यदि शीघ्र ही मरम्मत कार्य को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा नहीं किया गया, तो किसान उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
प्रदर्शन में सोहन मौर्य, राजनाथ सिंह, योगाचार्य देशराज सिंह, मुन्ना, अभिनव सिंह, प्रदीप पटेल, काशीनाथ मौर्य, गणेश, नंदलाल कुशवाहा, सुदर्शन, विनोद समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
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