जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

पुलिस सहायता केन्द्र में पुलिस की जगह बैठती है बकरी, लगा रहता है गंदगी का अंबार

लोगों का कहना है कि बूथ के निर्माण के बाद हल्का इंचार्ज को यहां बैठना होता था। इसका लाभ ग्रामीणों को भी मिलता था। वहीं पुलिस के रहने से हुड़दंग पर भी रोक लगी होती थी।
 

सीओ साहब बोले- ठीक होगी पुलिस बूथ की व्यवस्था

केन्द्र की साफ सफाई करवाकर लगेगी पुलिस ड्यूटी

लोगों की मदद के लिए वहां बैठेगी पुलिस

चंदौली जिले के शहाबगंज कस्बा स्थित पुलिस सहायता केन्द्र पर पुलिस की जगह बकरी बैठकर आराम करती है। वहीं पुलिस विभाग की उदासीनता के कारण केन्द्र पर गंदगी का अम्बार जमा हो गया है। आये दिन भवन में बकरी के बैठने को लेकर कस्बा में चर्चा का विषय बना हुआ है।

कहा जा रहा है कि इसी के पास खटिकान तिराहा से चंद कदम की  दूरी पर देशी, अंग्रेजी, बीयर व भाग की दुकान संचालित होती है। इसके साथ ही एक दर्जन से ऊपर मुर्गा, मछली की दुकानें भी चलती हैं। जिसके कारण दोपहर बाद भारी भीड़ रहती है। कभी-कभी शराबियों के हुड़दंग से आमजन को भी परेशानी उठानी पड़ती थी। इसी समस्या को देखते हुए चार वर्ष पूर्व खटिकान तिराहा के पास पुलिस सहायता केन्द्र का निर्माण कराया गया था।

 चंदौली जिले की हर छोटी–बड़ी खबरों को पढ़ने के लिए Chandauli Samachar का नया एंड्रॉएड ऐप। 👇👇👇👇👇👇👇 https://play.google.com/store/apps/details?id=com.akps.chandauli_samachar

लोगों का कहना है कि बूथ के निर्माण के बाद हल्का इंचार्ज को यहां बैठना होता था। इसका लाभ ग्रामीणों को भी मिलता था। वहीं पुलिस के रहने से हुड़दंग पर भी रोक लगी होती थी। 15 अगस्त व 26 जनवरी को ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस विभाग हर वर्ष यहां झंडा रोहण का कार्य भी करता रहा है। लेकिन धीरे-धीरे पुलिस का बैठना बंद सा हो गया। खिड़की, दरवाजे भी क्षतिग्रस्त होने लगे हैं, जिसका परिणाम यह हुआ कि पुलिस की जगह बकरी बैठने लगी। वहीं सब कुछ जानकर पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।

goat in police

पुलिस की इस कार्य प्रणाली को लेकर कस्बावासियों में तरह-तरह की चर्चा देखने को मिल रही है। सीओ आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस बूथ पर जो भी कमी है, उसको सुदृढ़ कराया जाएगा और अगर इस तरह का मामला है तो जांचकर उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस बूथ पर ड्यूटी भी लगाई जाएगी, ताकि लोगों की मदद की जा सके।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*