मवैया के किसानों की नहीं डूबेगी फसल, किसानों के खेतों में लौटेगी हरियाली

ग्राम प्रधान ने दिखायी अपनी ओर से दिलेरी
पूर्व प्रधान से सहयोग लेकर 50 बीघा भूमि को किया उपजाऊ
किसानों की पिछले 20 वर्षों की समस्या का किया समाधान
खंड विकास अधिकारी ने कार्य की सराहना
चंदौली जिले के चकिया में चंद्रप्रभा नदी में उफान आते ही मवैया गांव की लगभग 50 बीघा भूमि अब जलग्लावन होकर बर्बाद नहीं होगी। साथ ही लेवा, कुर्थियां गांव के खेत अब पानी के अभाव में नहीं सूखेंगे। किसानों का यह सपना ग्राम पंचायत के प्रयास व मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना से साकार हुआ है। यह देख किसान बल्ले बल्ले करने लगे हैं।

आपको बता दें कि मवैया गांव में चंद्रप्रभा नदी में उफान आते ही बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी। किसान राम प्रकाश पांडेय, सत्येंद्र मिश्रा आदि किसानों के लगभग 50 बीघे भूमि जलप्लावन में तब्दील होकर बांद हो जाती थी। वही लेवा व कुर्थियां गांव के खेतों को सिंचित करने वाली माइनर सिरकुटियां टेल पर कारण पानी नहीं आ पाता था, इससे फसल असिंचित होकर सूख जाती थी। किसानों की यह समस्या पिछले 20 वर्षों से बनी हुई थी। किसान समस्या के समाधान को लेकर सिंचाई विभाग सहित सांसदों, विधायकों का दरवाजा कई बार खटखटाया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
बताते चलें कि किसानों की पीड़ा को मवैया गांव के युवा दिव्यांग ग्राम प्रधान संजय कुमार व सहयोगी पूर्व प्रधान आशुतोष जायसवाल ने गंभीरता से लिया और समस्या खंड विकास अधिकारी विकास सिंह के सामने रखी। मनरेगा से कार्य की स्वीकृति मिलते ही मवैया गांव स्थित जल प्लावन वाले स्थल से सिरकुटियां माइनर में पानी गिराने की योजना बनाई। ग्राम पंचायत ने गड्डा खुदवा कर छह एमएम का मजबूत 85 कुलावा व 16 चेंबर बनवाकर कार्य पूर्ण कर दिया। लगभग 240 मीटर लंबे कार्य में 50 श्रमिक नियमित 10 दिन तक अनवरत कार्य करते रहे।

ग्राम प्रधान संजय कुमार ने बताया कि मवैया ग्राम पंचायत की तस्वीर संवारने में साथी पूर्व प्रधान आशुतोष जायसवाल की सीख व अहम योगदान हमें मंजिल पर पहुंचने में मददगार साबित हो रही है। इसके चलते दिव्यांगता कभी आड़े नहीं आई। ग्राम पंचायत की समस्या खुद के समस्या मानकर कार्य पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करता हूं जिसका यह सुखद परिणाम है।
इस संबंध में चकिया खंड विकास अधिकारी विकास सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर मवैया के युवा प्रधान के नेक इरादे से यह सपना किसानों का साकार हुआ है। मनरेगा से अन्य ग्राम पंचायतें भी इस तरह की विकट समस्याओं का समाधान कर सकते है। मवैया ग्राम पंचायत अन्य ग्राम पंचायत के लिए प्रेरणा स्रोत है।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*