शहाबगंज विकासखंड में भ्रष्टाचार की खुल रही है पोल, मनरेगा के बाद हैंडपंप री-बोर में हो रहा है लाखों का घोटाला

चंदौली जिले में मनरेगा में लूट का खेल
शहाबगंज ब्लॉक में हैंडपंप रिपोर्ट के नाम पर लाखों की हेरा फेरी
जानिए किन गांवों का मामला हुआ उजागर
चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड में भ्रष्टाचार के मामले परत दर परत खुलना शुरू हो गया हैं। अभी मनरेगा में भ्रष्टाचार की कई मामले उजागर हुए तो वहीं अब हैंडपंप री बोर के नाम पर भी गांव में लाखों रुपए हजम किये जा रहे हैं। जबकि जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्टाचार के ऐसे मामलों से पूरी तरह अनजान बने हुए हैं।

जिसका जीता जागता उदाहरण बेलावर गांव है। यहां हैंड पंप रिबोर के नाम पर ग्राम प्रधान व सचिव द्वारा लाखों रुपए हड़प लिया गया है। ग्राम प्रधान नखडू तथा ग्राम सचिव के मिली भगत से पिछले दो वर्षों में आधा दर्जन से ऊपर हैंड पंप रिबोर कराने के नाम पर लाखों रुपये की निकासी की गई है।
गांव के राहुल, कन्हैया व श्यामसुंदर के नाम से हैंडपंप रिबोर दिखाया गया है। तीनों हैंड पंप रिबोर करने के नाम पर तीन लाख के आसपास धन की निकासी की गई है। लेकिन मौके पर कहीं सरकारी हैंड पंप नहीं है। जबकि पूर्व के लगे सरकारी हैंडपंपों में भी समरसेबल पंप लगाकर सिंचाई कार्य किया जा रहा है।

वहीं गांव के त्रिभुवन प्यारे, रामधनी, ग्यासुद्दीन के घर के पास लगे चालू हैंडपंप को भी रिबोर दिखाकर धन की निकासी कर ली गई है। धन निकासी के मामले की जानकारी होने पर ग्रामीणों आक्रोषित है। इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए लगने वाले हैंड पंप का उपयोग समरसेबल लगाकर सिंचाई कार्य के लिए किया जा रहा है।
इस मामले में खंड विकास अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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