मनकपड़ा गांव में हंगामे के चलते नहीं हो सका सस्ते गल्ले की दुकान का चयन

एक साल से रिक्त पड़ी सरकारी राशन दुकान का चयन फिर टला
सामान्य सीट पर ब्राह्मण, ठाकुर, लाला को ही बताया पात्र
अन्य वर्गों को शामिल न करने पर भड़के ग्रामीण
स्थिति बिगड़ती देख अधिकारी मौके से लौटे
चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत मनकपड़ा गांव स्थित एक वर्ष से रिक्त पड़ी सरकारी कोटे की दुकान का पर्यवेक्षणीय अधिकारी की उपस्थिति में मंगलवार को दुकान का चयन हंगामे के चलते नहीं हो सका।
बता दें कि मनकपड़ा पंचायत भवन पर एडीओ पंचायत अरविंद सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार की उपस्थिति में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान की चयन प्रक्रिया आरंभ हुई। अधिकारियों ने सामान्य सीट का हवाला देते हुए सिर्फ ब्राह्मण, ठाकुर, व लाला को ही पात्र होने की बात कही जिस पर उपस्थित ग्रामीण हंगामा करने लगे। और सामान्य सीट में सब की भागीदारी की बात कहने लगे। मामला बिगड़ता देख अधिकारी मौके से यह कह कर चले गए की दुकान का चयन अगली बार किया जाएगा।

गौरतलब हो, कि दुकान के चयन प्रक्रिया में कुल सामान्य जाति के आधा दर्जन उम्मीदवार थे। उसके साथ ही समूह की महिलाएं भी उपस्थित थी। अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति के लोग भी सामान्य जाति में अपना हक मांग रहे थे। लेकिन अधिकारियों के इंकार करने पर उपस्थित ग्रामीण हंगामा करने लगे। एडीओ पंचायत अरविंद सिंह ने बताया कि दुकान के चयन की अगली तिथि शीघ्र ही निर्धारित की जाएगी।

इस दौरान एडीओ पंचायत अरविंद सिंह, खंड शिक्षाधिकारी अजय कुमार सहित पुलिसकर्मी व ग्रामीण उपस्थित थे।
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