जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

हथिया नक्षत्र की बारिश से धान की फसल को मिला संजीवनी, किसानों के मुरझाए चेहरे खिले

किसान जहां बादलों को निहार रहे थे वहीं उनके माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही थी इसी बीच एक बार पुनः बारिश होने से उनकी उम्मीदें जीवंत हो गई है तथा फसलों को बारिश ने संजीवनी का काम किया है।
 

रोग से पीली हो रही पत्तियों को होगा लाभ

सूख रहे खेतों में आएगी हरियाली

एक बार फिर खेतों में  लहराने लगेगी फसल


 चंदौली जिला के चकिया तहसील क्षेत्र में हथिया नक्षत्र की बारिश ने किसानों की उम्मीद को एक बार फिर से जीवंत कर दिया है। इन दिनों धान की फसल रेडा पर है इस वक्त धान की फसल को पर्याप्त पानी की जरूरत है। ऐसे समय में ऐन वक्त पर बारिश होने से फसलों को संजीवनी प्रदान हुआ है। वही रोग से पीली हो रही पत्तियां एक बार फिर से खेतों में लहराने लगी हैं। जिससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं और फसल होने की उम्मीद जग गई है।

 मौसम की बेरुखी के चलते अबकी बार बारिश न होने की स्थिति में इलाके की ऊपरीहार क्षेत्र ढोढनपुर,छीत्तमपुर, धन्नीपुर, सुल्तानपुर, नसोपुर, अर्जी, ईसापुर, घुरहूपुर आदि गांवों में तीस प्रतिशत तक किसानों की खेतों में धान की रोपाई नहीं हो पाई है। बहुत से किसान नहरों, बोरिंग, ट्यूबवेल पंपिंग सेट के सहारे धान के बीज खेतों में डालकर तैयार होने पर किसी तरह रोपाई करके बारिश का इंतजार में लग रहे बीच-बीच में थोड़ी बहुत बारिश तो कभी नहरें और निजी साधनों के सहारे फसलों को अब तक बचाते चले आ रहे थे, लेकिन रेडा के वक्त एक बार फिर से फसल सूखने लगी थी। किसान जहां बादलों को निहार रहे थे वहीं उनके माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही थी इसी बीच एक बार पुनः बारिश होने से उनकी उम्मीदें जीवंत हो गई है तथा फसलों को बारिश ने संजीवनी का काम किया है। वहीं फसलों में लगे रोग भी समाप्त होने लगे हैं।

 प्रगतिशील किसान कपिलदेव सिंह, प्रभुदयाल सिंह, जयप्रकाश शर्मा, परमानंद पांडेय कहते हैं कि इस समय धान की फसल दुग्धावस्था में है ऐसे समय में धान की फसल को पानी की ज्यादा जरूरत पड़ती है। ऐसे वक्त पर बारिश का होना धान की खेती के लिए सोने पर सुहागा है। इन किसानों का कहना है कि एक दो बारिश इसी तरह और हो जाएगी तो धान की फसल खेतों में लहरा उठेगी।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*