शो पीस बना हुआ है हेल्प डेस्क , मरीजों को कहां से मिलेगी सुविधाओं की जानकारी
चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय का हाल बेहाल
केवल दिखाने के लिए बनी हेल्प डेस्क सेवा
हेल्प डेस्क कर्मचारी के ड्यूटी की होगी जांच
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तीन वर्ष पूर्व जिला संयुक्त चिकित्सालय में हेल्प डेस्क की स्थापना कर कर्मचारी की नियुक्ति की गई थी। ओपीडी मुख्य द्वार के पास केबिन बनवाकर टेलीफोन आदि की सुविधा मुहैया कराई गई। नियुक्त कर्मचारी की ड्यूटी सुबह आठ से शाम चार बजे तक निर्धारित की गई।
बताते चलें कि चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के सुविधा व शिकायत की पड़ताल नियमित कर रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को प्रेषित किए जाने की है। लेकिन यहां नियुक्त कर्मचारी की उदासीनता से मरीजों, तीमारदारों को सीधे तौर पर खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। लोगों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध होने के साथ ही शिकायत करने में असुविधा हो रही है।
लोगों का कहना है कि हेल्प डेस्क औचित्यहीन बनकर रह गया है। इसके स्थापना के कुछ दिनों तक सब ठीक रहा, लेकिन कुछ ही माह बाद व्यवस्था बेपटरी पर हो गई।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं जिला संयुक्त चिकित्सालय डा. राधेश्याम आनंद ने बताया कि शिकायत मिलने से क्या होता है। कुछ लोगों का काम ही शिकायत करना बन गया है। चिकित्सालय में सीसीटीटी कैमरे लगे है। हेल्प डेस्क कर्मचारी के ड्यूटी की जांच की जाएगी।
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