केवल 48 घंटे हैं शेष, कैसे होगा होलिका दहन, विवाद में अभी तक नहीं स्थापित हो पाई होलिका
..तो क्या सैदूपुर में अबकी बार नहीं जलेगी होलिका
जमीन पर घर बनाने के बाद टूट सकती है परंपरा
प्रधान के साथ मीटिंग करके भूल गयी पुलिस
गांव में बढ़ने लगा है आक्रोश
चंदौली जिला के चकिया कोतवाली क्षेत्र के सैदूपुर कस्बें में अबकी बार होलिका स्थापित न होने से ग्रामवासियों में होलिका दहन को लेकर असमंजस बना हुआ है। वहीं गांव में बरसों प्राचीन चली आ रही परंपरा समाप्त होने के कगार पर है।
बताते चलें कि सैदूपुर कस्बा में सैकड़ो वर्षों से होलिका जहां स्थापित होती थी, वहीं एक तथाकथित दबंग किस्म के व्यक्ति ने जमीन को खरीद कर उसमें मकान बनवा लिया है। इसको लेकर पिछले वर्ष ग्रामीणों तथा दबंग के बीच कहासुनी भी हुई। मामला कोतवाली पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस प्रशासन के लोगों ने उसी स्थल के बगल में होलिका स्थापित करके तत्काल होने वाले विवाद का निपटारा कराया। मगर अबकी बार कहीं भी होलिका स्थापित नहीं हो पायी। जबकि होलिका जलाये जाने में महज 48 घंटे शेष बचे हैं।
होलिका स्थापित किए जाने को लेकर पिछले दिनों ग्राम प्रधान शीला देवी, उनके पति अजय गुप्ता और पुलिस प्रशासन के बीच ग्रामीणों की बैठक भी हुई। प्रशासन के लोगों का कहना रहा कि ग्राम प्रधान होलिका के लिए जमीन देने का प्रस्ताव बनाकर भेजें जिसमें होलिका स्थापित की जाएगी, मगर आज तक होलिका स्थापित किए जाने के लिए भूमि का चयन नहीं हो पाया। जिससे गांव में होलिका स्थापित होने की परंपरा टूटती नजर आने लगी है। जिससे हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है।
इस बावत अक्षय वर्मा, गणेश वर्मा, शन्नी गुप्ता, कमलेश, सुरेंद्र, दिव्यांश, अंकित आदि युवाओं का कहना है कि परंपरा के अनुसार बसंत पंचमी को ही होलिका स्थापित करने की शुरूआत हो जाती है। मगर आज तक गांव में होलिका स्थापित न करना हजारों ग्रामवासियों के आस्था पर चोट है। जो कत्तई बर्दाश्त करने योग्य नहीं है।
ग्रामीणों ने तत्काल होलिका स्थापित करने का मांग किया है और कहा है कि शांति समिति की बैठकों में ऐसी समस्याओं पर चर्चा करके पुलिस वाले भूल जाते हैं। पुलिस द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद भी अब तक मामले को हल करके सही जगह नहीं बतायी गयी है।
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