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गैर कानूनी ढंग से लागू किया गया था किसान बिल, जारी रहेगी किसानों के हित की लड़ाई

पराली किसानों के लिए एक जटिल समस्या बनती जा रही है। किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए दंड लगाने का प्रावधान किया गया है जिससे किसान डरने वाले नही है।
 

मनाया गया किसान विकास मंच का 12वां स्थापना दिवस

भिटिया मंदिर परिसर में किसान पर्व का आयोजन

कई किसान नेताओं ने रखी अपनी बात

शहाबगंज विकास क्षेत्र में किसान विकास मंच का 12वां स्थापना दिवस गुरुवार को भिटिया मंदिर के परिसर में किसान पर्व के रूप में मनाया गया, जहां पर किसानों की बिजली, पानी, एमएसपी की गारंटी, बाणसागर परियोजना के साथ साथ पराली प्रबंधन के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया गया।

इस अवसर पर किसान विकास मंच के अध्यक्ष राधेश्याम पाण्डेय ने कहा कि किसानों के आंदोलन के कारण गैरकानूनी ढंग से लागू की गई किसान बिल को सरकार को वापस करना पड़ा। लेकिन एमएसपी कानून अभी तक लागू नही किया गया। केन्द्र सरकार बस चर्चा करने की बात कह कर मामले को ठंडे बस्ते में डालें हुई है।जब तक किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलेगा तक तक किसानों का  फला नही होगा। इसके लिए किसानों को आंदोलन की राह पर चलना पड़ेगा।

Kisan vikas manch

प्रगतिशील किसान जयनाथ सिंह ने कहा कि एक तरफ नलकूप का बिल माफ करने की घोषणा करती है दूसरी तरह निजी नलकूप का कनेक्शन लेने के लिए 70 से डेढ़ लाख तक खर्च करना पड़ रहा है जो छोटे किसानों के लिए मुमकिन नहीं है। स्वामी नाथन आयोग के रिपोर्ट को लागू करने की बात कहकर देश की मोदी सरकार सत्ता में आई लेकिन दस साल गुजरने के बाद भी सरकार टोल मटोल कर रही है।

Kisan vikas manch

किसान नेता विरेन्द्र सिंह ने पराली किसानों के लिए एक जटिल समस्या बनती जा रही है। किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए दंड लगाने का प्रावधान किया गया है जिससे किसान डरने वाले नही है। किसानों के पराली की समस्या का निदान करने के लिए उचित प्रबंध करें नही तो किसान आंदोलन करने को विवश होंगे।

Kisan vikas manch

कार्यक्रम में राजेन्द्र यादव, अर्जुन सिंह कुशवाहा, रामचन्द्र सिंह, सुदामा यादव,सरोज यादव, लालजी मौर्य ने भी अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामचन्द्र यादव व संचालन राम अवध सिंह ने किया।

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