25 मीटर लंबे तिरंगे से हुयी शहीद आलोक राव की अगवानी, देशभक्त को विदाई देने के लिए उमड़े लोग

गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी से चकिया आया शव
सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर होते हुए घर पहुंचा शहीद का शव
रास्ते भर 25 मीटर लंबे तिरंगे को लहराते रहे लोग
चंदौली जिला के चकिया तहसील अंतर्गत रसिया गांव निवासी असम में उग्रवादी हमले में शहीद आलोक राव का शव वाराणसी से सीधे गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी के वाहन पर सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर के मुख्य द्वार पर पहुंचा जहां अनेक जनप्रतिनिधियों अधिकारियों और सामान्य जनता ने शव यात्रा की अगवानी की।

इस दौरान वंदे मातरम भारत माता की जय के साथ साथ आलोक राव अमर रहे के नारे लगाए जा रहे थे। शव यात्रा की अगवानी करते हुए दर्जनों युवक कड़ी धूप में 25 मीटर लंबा तिरंगा लेकर शवयात्रा के आगे चल रहे थे। शव यात्रा के सोनहुल ग्रुप से घर पहुंचते ही समूचा वातावरण गम और आक्रोश में डूब गया और लोगों ने जवान को शहीद करने वाले संगठन के विरुद्ध भी नारेबाजी की।
श्रद्धांजलि देने वालों में डीएम चन्दौली निखिल टीकाराम फुंडे, उपजिलाधिकारी ज्वाला प्रसाद, प्रभारी एसपी सुखराम भारती, स्टॉम्प शुल्क मंत्री रविन्द्र जायसवाल, विधायक कैलाश खरवार, चकिया चैयरमैन गौरव श्रीवास्तव, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार, पूर्व विधायक पूनम सोनकर, भाजपा नेता सुर्यमुनि तिवारी, डॉ प्रदीप मौर्या, रतीश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी दिनेश सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी रघुराज, इंस्पेक्टर चकिया मिथिलेश तिवारी, शहाबगंज इंस्पेक्टर मिर्जा रिजवान बेग, रजवंत फौजी, राधिका यादव, महेंद्र राव, दशरथ सोनकर, ग्राम प्रधान तालिब, सोविन्द, विनोद, रामाश्रय जोशी, डॉ चन्द्रभूषण, पिंटू,सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर, बसपा विधान सभाध्यक्ष दिनेश भारती, प्रभुनारायण यादव सपा नेता, अविनाश लखन, गुड़लक भारती, सत्येंद्र मास्टर, चन्द्रभान राव, रिंकू विश्वकर्मा आदि ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।
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