समूहों को गतिशील करने के लिए DC NRLM की मीटिंग, समूहों को मजबूत करने के लिए ये खास टिप्स

विकास खंड शहाबगंज में आयोजित हुई समूह सखियों और बीएमएम की बैठक
उपायुक्त स्वतः रोजगार श्वेता सिंह ने बैठक की अध्यक्षता
15 जुलाई तक प्रत्येक समूह सखी को दो नए समूह गठन का लक्ष्य
चंदौली जिले में शनिवार को विकास खंड शहाबगंज सभागार में उपायुक्त स्वतः रोजगार श्वेता सिंह की अध्यक्षता में समूह सखियों एवं बीएमएम (ब्लॉक मिशन मैनेजर) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य महिला स्वयं सहायता समूहों को अधिक प्रभावी व सक्रिय बनाना रहा।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में समूह गठन, लोकस प्रोफाइलिंग, सीआरएफ (कम्युनिटी रिसोर्स फंड), सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सभी समूह सखियों को निर्देशित किया कि 15 जुलाई 2025 तक कम से कम दो-दो नए स्वयं सहायता समूहों का गठन अनिवार्य रूप से किया जाए।

इसके साथ ही लोकोस पोर्टल पर लंबित एसएचजी, वीओ व सीआरएफ की प्रोफाइलिंग को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र अपडेट करने का निर्देश भी दिया गया। समूह सखियों से यह भी अपेक्षा की गई कि उनके क्षेत्र में अपूर्ण सीसीएल पत्रावलियों को पूर्ण कर, अधिक से अधिक संख्या में बैंकों को भेजा जाए, ताकि जरूरतमंद महिलाओं को समय से ऋण की सुविधा मिल सके।
उपायुक्त श्वेता सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन समूहों को पूर्व में ऋण उपलब्ध कराया गया है, वे समय से पुनर्भुगतान करें, ताकि योजना की विश्वसनीयता बनी रहे और अन्य समूहों को भी इसका लाभ मिल सके।
बैठक में आईएसबी अजय सिंह, डीएमएम शशिकांत सिंह, विवेक नागवंशी, पूर्णेन्दु शंकर मिश्र व अभिषेक सिंह समेत बड़ी संख्या में समूह सखियां और महिला सदस्यों की उपस्थिति रही। सभी ने कार्यक्रम में भाग लेकर अपने क्षेत्र की समस्याएं साझा कीं और समाधान के लिए सुझाव भी दिए।
बैठक का समापन महिला समूहों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सामूहिक प्रयासों के संकल्प के साथ किया गया।
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