बरहुआ में जारी है संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा, महाराज बोले- संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं

बरहुआ गांव में जुटे रहे कथा प्रेमी
श्रीमद्भागवत कथा का चौथे दिन उमड़ी भीड़
व्यास राधारमणाचार्य बोले- जब मनुष्य की वृत्ति भगवान में लगने से होता है लाभ
चंदौली जिले के शहाबगंज विकासखण्ड अंतर्गत बरहुआ गांव में चल रहे संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन व्यास राधारमणाचार्य ने कहा कि जब मनुष्य की वृत्ति भगवान में लगेगी तो मानव के बीच से मोह माया संसार से गायब हो जाएगा।
कथावाचक व्यास राधारमणाचार्य ने बाली की कथा वामन अवतार के साथ कच्छप अवतार की कथा को विस्तार पूर्वक सुनने के बाद उन्होंने कृष्ण जन्मोत्सव की कथा को सुनाते हुए कहा कि नारायण ही परम सत्य हैं। भगवान संसार में इस तरह से हैं जैसे आकाश में बदल रहता है। बादल के अंदर भी आकाश तत्व है, जिस प्रकार बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। उसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होतें। वह सदैव विराजमान है। संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है।
कथावाचक कहते हैं कि मथुरा में राजा कंस के अत्याचार के कारण धरती व्याकुल थी ऐसे समय में श्री हरि विष्णु ने देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में श्री कृष्ण के नाम से जन्म लिया। भगवान श्री कृष्ण के जन्म से ही कंस के बंधन टूट गए और कंस का अंत हुआ। अंत में आरती के साथ चौथे दिन की कथा को विश्राम दिया गया।

कथा में राजेंद्र सिंह मौर्य, मालती देवी, पन्ना दुबे, मदन दुबे, गुलाब सिंह यादव, विपिन दुबे, हृदय नारायण मौर्य, राधिका देवी, रमाकांत, उमाशंकर, श्रीकांत सिंह, सूरज कुमार, निखिल कुमार, विपुल कुमार आदि श्रोता उपस्थित रहे।
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