जर्जर तार की चपेट में आने से नंदू यादव की मौत, बिजली विभाग की लापरवाही पर लोगों में भड़का आक्रोश
दो दिन पहले गिर गया था जर्जर पोल
तब से बिजली विभाग साध रखा है चुप्पी
लापरवाही पर गुस्से में गांव के ग्रामीण
कर रहे हैं मुआवजे की मांग
चंदौली जिले के शहाबगंज क्षेत्र के अमांव गांव में रविवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ। दो दिनों से गिरे पड़े विद्युत तार की चपेट में आने से श्यामलाल उर्फ़ नंदू यादव (58 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों में चीख-पुकार मच गई और पूरे गांव में मातम छा गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने सीधे तौर पर बिजली विभाग की घोर लापरवाही को इस हादसे का जिम्मेदार ठहराते हुए जमकर हंगामा किया।

दो दिन पहले गिर गया था जर्जर पोल
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को हुई तेज बरसात के कारण नंदू यादव के दरवाजे पर लगा जर्जर विद्युत पोल गिर गया था। पोल गिरने के साथ ही बिजली के तार भी जमीन पर खुले पड़े थे। ग्रामीणों ने यह खतरा भांपते हुए तत्काल बिजली विभाग को सूचित किया था, लेकिन विभागीय कर्मचारियों ने दो दिनों तक मौके पर पहुंचने और गिरे हुए तार हटाने की कोई जहमत नहीं उठाई।

रविवार दोपहर लगभग तीन बजे श्यामलाल उर्फ़ नंदू यादव किसी काम से अपने दरवाजे के पास गए। उसी दौरान जमीन पर गिरे तार में अचानक करेंट प्रवाहित हो गया, जिसकी चपेट में आकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
लापरवाही पर भड़के ग्रामीण, मुआवजे की मांग
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का स्पष्ट आरोप था कि अगर विभाग ने उनकी शिकायत पर समय रहते पोल और तार को हटा दिया होता तो यह हादसा नहीं होता।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में कई अन्य जगहों पर भी जर्जर खंभे और ढीले तार लटके हुए हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं देते।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और लापरवाही बरतने वाले बिजली विभाग के कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों के खिलाफ जल्द एक्शन नहीं लिया गया, तो ग्रामीण धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
थाना अध्यक्ष अशोक कुमार मिश्रा ने कहा है कि तहरीर मिलने पर मामले की जांच की जाएगी और बिजली विभाग को सूचित कर दिया गया है। इस दौरान नायब तहसीलदार आशुतोष राय, कानूनगो जितेंद्र सिंह, लेखपाल मनीष गुप्ता, उपनिरीक्षक प्रेम सिंह, कमल कांत यादव सहित पुलिस व राजस्व कर्मी मौके पर मौजूद रहे। इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर बिजली विभाग की कार्यप्रणाली और जनता की सुरक्षा के प्रति उनकी जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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