कुआं को बंद कर PM आवास बनाने का प्लान फेल, अब होगी सबके ऊपर कार्रवाई
लाभार्थी के खाते पर लगी रोक
धन की रिकवरी के लिए होगी आवश्यक कार्रवाई
गांव वालों के विरोध के बाद शुरू हुयी कार्रवाई
चंदौली जिले के चकिया क्षेत्र जल संरक्षण केंद्र व प्रदेश सरकार के प्राथमिकता में शामिल है। आदर्श जलाशय, कुएं का निर्माण सहित सुंदरीकरण कराने के सरकार की मुहिम को यहां पर तबाह किया जा रहा है ।
मामला कुदरा गाँव का है, जहां सार्वजनिक कुएं को ध्वस्त कर पीएम आवास बनाने की कवायद की जा रही है। सोमवार को ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए शिकायत एसडीएम व बीडीओ से की तो उन्होंने संज्ञान लिया। शासन की मंशा के मुताबिक दिव्यांगों को प्राथमिकता के तौर पर पीएम आवास से लाभांवित किया जाना है।
आरोप है कि निर्देश को अमल करते हुए आपाधापी में कमीशन लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी देवेंद्र भारती ने कुन्दरा गांव निवासी दिव्यांग गोपाल बिंद का चयन कर पीएम आवास की प्रथम किस्त 44 हजार रुपए आवंटित करा दी।
लाभार्थी ने मौके का फायदा उठाते हुए गांव स्थित सार्वजनिक कुएं को ध्वस्त कर पीएम आवास के लिए नॉब की खुदई प्रारंभ कर दी। यह देख ग्रामीण लामबंद हो गए और शिकायत उप जिलाधिकारी कुंदन राज कपूर व खंड विकास अधिकारी विकास सिंह से करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत ने सरकारी धन से वर्ष 2006 में कुएं का सुंदरीकरण कराया था।
उप जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लेखपाल को जांच का निर्देश दिया। वहां खंड विकास अधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा जिओ टैग कैसे हो गया। तत्काल प्रभाव से लाभार्थी के खाते पर रोक लगाने और धन की रिकवरी के लिए आवश्यक कार्रवाई किए जाने को निर्देशित किया।
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