चकिया नगर पंचायत तथा तहसील प्रशासन ने बनाया रैन बसेरा, अभी तक नहीं ठहरा एक भी आदमी
भीषण ठंड के बाद भी अलाव की नहीं हुई है कोई व्यवस्था
मात्र 5 बेड लगाकर हो रही है कोरमपूर्ति
या तो गलत जगह बना है या तो नहीं हुआ है प्रचार प्रसार
चंदौली जिला के चकिया नगर पंचायत में ठंड को देखते हुए नगर में भूले भटके राहगीरों को ठहरने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित रैन बसेरा की व्यवस्था तहसील प्रशासन और नगर पंचायत द्वारा किया गया है, जो अब तक मात्र कोरमपूर्ति करने वाला साबित हो रहा है। वार्ड नंबर 6 सिविल लाइन पूर्वी स्थित तहसील के पुराने सभागार भवन में रैन बसेरे में महिला पुरुष दोनों के लिए सामान्य आरक्षण के तहत सोने के इंतजाम किए गए हैं।
तहसील सभागार के हाल में बनाए गए रैन बसेरा में 5 बेड बिस्तर जमीन के फर्श पर दरी बिछाकर लगाया गया है और 5 बेड विस्तर लोहे के फोल्डिंग चारपाई पर लगाकर कोरम पूर्ति किया जा रहा है। वहीं एक बड़े से हाल में महिला पुरुष दोनों के लिए ठहरने का प्रबंध तो किया गया है, जबकि पूरे हाल में एक ही शौचालय तथा पेशाबघर बनाया गया है। वहीं शीतलहर के बाद भी अलाव का कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है।
रैन बसेरा की देखरेख के लिए शमशाद, वकील, राम सुदामा पांडेय आदि तहसील कर्मीयों की तैनाती की गई है।
प्रदेश शासन के निर्देश पर रैन बसेरा उप जिलाधिकारी ज्वाला प्रसाद, तहसीलदार विकास धर दुबे के नेतृत्व में प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार प्रभुनाथ यादव, राजस्व निरीक्षक राकेश कुमार श्रीवास्तव, राजस्व लेखपाल राम आशीष की देखरेख में संचालित होता है।
ड्यूटी पर तैनात कर्मी शमशाद ने बताया की इस वर्ष अभी तक रैन बसेरा में कोई भी भूला भटका राहगीर नहीं रुका है। जबकि रुकने वालों के लिए ठहरने का इंतजाम किया गया है।
नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नगर के वार्ड नंबर 9 विभूति नगर स्थित ट्यूबेल नंबर 1 के परिसर में बने स्टोर रूम के कमरे में रैन बसेरा स्थापित किया गया है। इस समय शासन के मंशा को देखते हुए स्टोर रूम के कमरों को रैन बसेरा बनाकर उसका उपयोग किया जा रहा है, जिसके 2 कमरों में 8 चौकी पर रजाई गद्दा कंबल बिस्तर लगा कर अलग-अलग 5 महिला 5 पुरुष के लिए ठहरने का इंतजाम किया गया है। देखरेख के लिए कर्मचारियों की भी तैनाती की गई है। परंतु रैन बसेरा स्थल के पास अलाव का कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है।
रैन बसेरा के प्रभारी गुलाब चंद्र मौर्य ने बताया कि रैन बसेरा में भूले भटके राहगीरों को रुकने का इंतजाम किया गया है। लेकिन अभी तक एक भी राहगीर अब तक नहीं रुके हैं।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*