रामनवमी पर काली माता मंदिर पर दो दिवसीय मेले का भव्य आयोजन

प्राचीन काली मंदिर बना श्रद्धा और आस्था का केंद्र
हर वर्ष की भांति इस बार भी मेला रहा आकर्षण का केंद्र
नवमी और दशमी को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी
चंदौली जिले के शहाबगंज क्षेत्र के राममाड़ों गांव स्थित काली माता मंदिर परिसर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर परिसर में दो दिवसीय मेले का आयोजन किया गया। वही संध्या समय में देवी जागरण का आयोजन किया गया। मेले में दूर दराज से महिला, पुरुष व बच्चों ने माता के दर्शन के साथ मेले का लुत्फ उठाया।

आपको बता दें कि राममाड़ों गांव में माता काली का प्राचीन मंदिर है। जहां दूर दूर से लोग नवरात्र के दिनों में माता के दर्शन कर अपने इच्छित मनोकामना पूर्ण करते है। बसंतिक नवरात्र में नवमी व दशमी दो दिनों तक मेला का आयोजन होता है। पहले जहां संख्या समय में नाच गाना का कार्यक्रम चलता था। वही अब समय के साथ अब संध्या समय में जागरण होता है। जहां भक्तों की भारी भीड़ जुटती है।

गांव निवासी अनिल तिवारी ने बताया कि माता कि महिमा अपरम्पार है। माता के दरबार में जो आया वह कभी खाली हाथ नही लौटा। माता के दरबार में नारियल, चुनरी,फूल चढ़ाने से ही प्रशन्न हो जाती है।
इस अवसर पर कमलेश तिवारी, श्याम नारायण, योगेन्द्र सिंह, रुद्र प्रताप सिंह, उदय यादव, रामनरेश जायसवाल, नकक्षेद जायसवाल, अंतिम चौहान, अच्युतानंद त्रिपाठी सहित आदि भक्तगण उपस्थित रहे।
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