रामशाला गांव की जर्जर सड़कों पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, पीडब्ल्यूडी को दी आंदोलन की चेतावनी
खस्ताहाल सड़कों से परेशान रामशाला गांव के लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
गड्ढों और कीचड़ में तब्दील सड़कें बनीं दुर्घटनाओं की वजह
स्कूल जाने वाले बच्चों की जान जोखिम में
फिसलन भरे रास्ते से गुज़रने की मजबूरी
चंदौली जिला के खोजापुर ग्राम पंचायत अन्तर्गत रामशाला गांव की सड़कों का हाल खस्ता है। टूटी फूटी सदके गड्ढे तथा कीचड़ में तब्दील हो गई है। सड़क की दुर्दशा से अजीज महिलाओं एवं गांव के लोगों ने सड़क के बीच खड़ा होकर प्रदर्शन करते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारे लगाए। चेताया कि सड़क का मरम्मत कर पीच रोड़ नहीं बनाया गया तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

आपको बता दें कि गांव के प्रेमचंद प्रजापति, कमला प्रजापति, दुर्गावती देवी, चंदा देवी, सुभाष चौहान आदि का आरोप है कि गांव के प्राथमिक तथा पूर्व माध्यमिक स्कूल से लेकर पहाड़ी के रास्ते होते हुए विश्वकर्मा बस्ती जाने वाले रोड की सड़क टूट कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे बन गए हैं। बरसात के दिनों में मिट्टी और कीचड़ में विलीन हो गई है, जिससे सड़कों पर चलना मुश्किल भरा काम होता है।

जबकि इसी मार्ग से गांव के छोटे-छोटे बच्चों को विद्यालय पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। कीचड़ भरे रोड पर फिसलन बढ़ने से आए दिन दुर्घटना का खतरा बना रहता है। जिससे आम ग्रामीणों की बात दिगर है, छोटे-छोटे बच्चों को कभी भी दुर्घटना का शिकार होना पड़ सकता है। जिसकी शिकायत पिछले लंबे समय से पीडब्ल्यूडी विभाग की अधिकारियों से की जा रही है। जिस पर विभागीय अवर अभियंता मौके पर आकर कई बार निरीक्षण कर चुके हैं। लेकिन आज तक सड़क का मरम्मत तक नहीं किया गया।
गांवों के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। बावजूद रामशाला गांव की सड़के उपेक्षा का शिकार है। ग्रामीणों ने चेताया कि सड़क का मरम्मत शीघ्र शुरू नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करने को भी विवश होना पड़ेगा।
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