जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

10 करोड़ रुपये की लागत से बना है स्थित संत रविदास पॉलिटेक्निक, इसी सत्र से शुरू होगी पढ़ाई

परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को चकिया स्थित संत रविदास पॉलिटेक्निक भी प्रवेश दिया जाएगा। जहां बीते 14 साल से निर्माण कार्य चल रहा है। 10 करोड़ रुपये की लागत से संस्थान के भवन बनकर लगभग तैयार हो चुका है।
 

चकिया में बना है संत रविदास पॉलिटेक्निक

16 से 22 मार्च तक होगी संयुक्त प्रवेश परीक्षा

15 अगस्त से कक्षाएं शुरू होने की संभावना

चंदौली जिले में 10 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे चकिया स्थित संत रविदास पॉलिटेक्निक में नए सत्र से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। 16 से 22 मार्च तक संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी। सीट आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संस्थान में 15 अगस्त से कक्षाएं शुरू होने की संभावना है।

प्रवेश के लिए आवेदन भरने की प्रक्रिया 29 फरवरी तक थी। जिले में राजकीय, सहायता प्राप्त और निजी कुल 13 तकनीकी शिक्षण संस्थान हैं। जहां इलेक्ट्रिक, सिविल, कंप्यूटर, फॉर्मेसी सहित दर्जनभर पाठ्यक्रम संचालित हैं। प्रत्येक पाठ्यक्रम में 75 सीटें है। पॉलिटेक्निक संस्थानों में नए सत्र के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 29 तय की गई थी। अब आवेदनों के संशोधन सत्र चल रहा है। 10 मार्च से संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए परिषद की वेबसाइट jeecup.org पर परीक्षा प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा।
परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को चकिया स्थित संत रविदास पॉलिटेक्निक भी प्रवेश दिया जाएगा। जहां बीते 14 साल से निर्माण कार्य चल रहा है। 10 करोड़ रुपये की लागत से संस्थान के भवन बनकर लगभग तैयार हो चुका है। यहां नए सत्र में पठन पाठन की तैयारी है। इससे पहले यहां प्रवेश लेने वाले प्रशिक्षुओं को महामाया पॉलिटेक्निक धानापुर में स्थानांतरित किया जाता रहा है।
संत रविदास पॉलिटेक्निक में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल, कंम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की शिक्षा दी जाती है। प्रत्येक पाठ्यक्रम में 75 सीटे हैं।
इस संबंध में प्रधानाचार्य दिनेश कुमार ने बताया कि जिले के पॉलिटेक्निक संस्थानों में तकनीकी शिक्षा के लिए नए सत्र मे संत रविदास पॉलिटेक्निक भवन निर्माण का कार्य चल रहा है। जो कि पांच से छह माह में पूर्ण हो जाएगा। यहां नए सत्र से पठन पाठन शुरू हो जाएगा।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*