SDM साहिबा ने अपनी आंखों से देखी सिंचाई विभाग के अफसरों की मनमानी, चेकिंग में सारे लोग रहे नदारद

चकिया एसडीएम की जांच में सिंचाई कार्यालय में नहीं मिला कोई अधिकारी
अनुपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ स्पष्टीकरण नोटिस जारी
ऐसे ही लापरवाह व गैर-जिम्मेदार अफसरों ने सिंचाई का कर रखा है बेड़ा गर्क
चंदौली जिले में उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा ने नगर स्थित सिंचाई कार्यालय का गुरुवार को आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में चंद्रप्रभा प्रखंड सहित बंधी डिविजन के सहायक अभियंता अनुपस्थित मिले। जिलेदार द्वितीय के कार्यालय पर ताला लटका मिला। घोर लापरवाही देख एसडीएम ने अनुपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ स्पष्टीकरण नोटिस जारी कर दिया। साथ ही जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित किया।

बताया जा रहा है कि किसानों की शिकायत पर उप जिलाधिकारी दोपहर 11:45 बजे सिंचाई कार्यालय पहुंची। जहां चंद्रप्रभा प्रथम में वरिष्ठ जल लेखा सहायक धीरेंद्र कुमार तिवारी, बाबू प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुरेश कुमार मिले। सहायक अभियंता अनुपस्थित रहे। कमोवेश यही हाल द्वितीय प्रखंड का रहा। बाबू संतोष कुमार, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उमाशंकर मिले। चतुर्थ में वीरेंद्र प्रताप, धरमशिला व पंचम में पन्नालाल व राम प्रसाद मिले। जो सहायक अभियंताओं के अनुपस्थित रहने का समुचित उत्तर नहीं दे सके। जिलेदारी प्रथम खुला तो रहा, लेकिन कोई अधिकारी, कर्मचारी नहीं मिला।

हैरानी वाली वात रही की दोपहर 12 बजे तक जिलेदारी द्वितीय कार्यालय पर ताला लटका नजर आया। बंधी डिविजन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इसरार के सहारे संचालित होता मिला। कालोनी इंचार्ज मनराज मिले। एसडीएम के आकस्मिक निरीक्षण से कर्मचारियों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। एसडीएम ने बताया कि सिंचाई कार्यालय में निरीक्षण के दौरान कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिला। अनुपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ स्पष्टीकरण नोटिस जारी की गई है। साथ ही जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर आवश्यक कार्रवाई को लिखा गया है।
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