आर्थिक तंगी तथा पारिवारिक कलह से ऊबकर शहाबुद्दीन ने गले में फांसी का फंदा लगाकर दे दी जान
चकिया कोतवाली अंतर्गत सरैया गांव का मामला
गले में फांसी का फंदा लगाकर झूल गया शहाबुद्दीन
परिवार में होती रहती थी कलह
चंदौली जिला के चकिया कोतवाली अंतर्गत सरैया गांव में शुक्रवार की प्रातः एक पेड़ के सहारे गले में फांसी का फंदा लगाकर झूलते एक अधेड़ का शव देखकर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गयी। और शव को पेड़ से नीचे उतरवाया। जिसकी शिनाख्त बसाढी गांव निवासी शहाबुद्दीन अंसारी 55 वर्ष के रूप में की गई।
बतातें चलें कि बसाढी गांव निवासी शहाबुद्दीन अंसारी घटना स्थल से महज 50 मीटर की दूरी पर चकिया इलिया मार्ग पर स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा के बगल में गुमटी में पान की दुकान चलाता था। पान की दुकान से परिवार का खर्च ठीक ढंग से नहीं चल पाता था। आर्थिक तंगी के कारण परिवार में अक्सर लड़ाई झगड़ा होता रहता था। माना जा रहा है कि पारिवारिक कलह से तंग आकर उसने मौत को गले लगाया है। परिवार में मृतक की पत्नी जमीला के अलावा उसके दो पुत्र सोहराब तथा मेराज थे। पति की मौत के बाद पत्नी जमीला का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।
थानाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पीएम हेतु जिला अस्पताल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। वैसे शहाबुद्दीन की मौत प्रथम दृष्टया फांसी लगाने से ही होना प्रतीत होता है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
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