शहाबगंज थाने पर तैनात उपनिरीक्षक ब्रम्हाशंकर राय का निधन, पुलिस महकमे में शोक की लहर
वाराणसी के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस
लीवर इंफेक्शन से जूझ रहे थे ब्रम्हाशंकर राय
1991 में सिपाही के रूप में पुलिस सेवा में हुए थे शामिल
ईमानदार और कर्मठ छवि के चलते पाई उपनिरीक्षक की पदोन्नति
चंदौली जिले के शहाबगंज थाना पर तैनात उपनिरीक्षक ब्रम्हाशंकर राय का बुधवार की रात वाराणसी के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से लीवर इंफेक्शन से पीड़ित थे। जैसे ही उनके निधन की सूचना थाने और जनपद में फैली, पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आपको बता दें कि ब्रम्हाशंकर राय मूल रूप से बलिया जिले के फेफना थाना क्षेत्र के ग्राम खोरीपाकड़ निवासी थे। उन्होंने वर्ष 1991 में आरक्षी (सिपाही) के पद पर पुलिस विभाग में सेवा शुरू की थी। अपनी ईमानदारी, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा के कारण उन्हें समय के साथ पदोन्नति मिलती रही और वे उपनिरीक्षक बने। वर्तमान में वे शहाबगंज थाने पर उपनिरीक्षक के पद पर तैनात थे और अपने सहज व्यवहार, कार्यकुशलता और जनता से सौम्य व्यवहार के लिए पुलिस विभाग में सम्मानित माने जाते थे।
बताया जा रहा है कि ब्रम्हाशंकर राय कुछ समय से लीवर इंफेक्शन से जूझ रहे थे। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार की रात उनका निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के बाद पैतृक गांव खोरीपाकड़ भेज दिया गया, जहां गुरुवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।

उनके निधन पर जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, सहयोगी पुलिसकर्मियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने गहरा दुख जताया है। पुलिस विभाग का कहना है कि ब्रम्हाशंकर राय जैसे अनुभवी और समर्पित अधिकारी का जाना अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई लंबे समय तक नहीं हो सकेगी।
इस दुखद घटना से न केवल पुलिस विभाग बल्कि उनके साथी, ग्रामीण और जानने वाले लोग भी गमगीन हैं। शहाबगंज थाना की कार्यशैली और मनोबल पर भी इस घटना का प्रभाव पड़ा है।
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