शहाबगंज थाना क्षेत्र के पालपुर गांव के मूल निवासी है पीड़ित परिवार, पालपुर गांव में पसरा सन्नाटा

नौगढ़ सोनभद्र बॉर्डर पर ट्रक के साथ बोलेरो की भिड़ंत
मां, बेटी, भाई सहित चार की घटनास्थल पर मौत
छह हालत गंभीर होने से ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है इलाज
इनमें दो की हालत अब भी चिंताजनक
चंदौली जिला के नौगढ़ थाना क्षेत्र के जय मोहनी पोस्ता गांव के समीप नौगढ़ सोनभद्र के बॉर्डर पर बीती रात 11 बजे ट्रक के धक्के से मां, बेटी, भाई सहित चार लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई थी। वहीं छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। जिसमें दो की हालत चिंता जनक बनी हुई है।

मृतकों में शहाबगंज थाना क्षेत्र के पालपुर गांव निवासी इस्तेखार अहमद 50 वर्ष, उनकी विवाहिता बहन हकीमू निशा 32 वर्ष, जेठ अख्तर अंसारी 55 वर्ष, तथा हकीमू निशा की पुत्री शाहिना 8 वर्ष शामिल है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम हेतु जिला अस्पताल भेज दिया है। शहाबगंज थाना क्षेत्र के पालपुर गांव निवासी इस्तखार अहमद तथा उनकी विवाहिता बहन हकीमू निशा, किशोरी सहीना सहित चार लोगों की मौत के बाद शुक्रवार को पूरे गांव में मातम पसरा रहा। मृतक इस्तखार की पत्नी शबाना खातून तथा माता जलेखा का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।
बताते चलें कि पालपुर गांव निवासी शेर अली सोनभद्र जिला में मकान बनाकर पिछले दो दशक से रहते थे। बाकी परिवार के लोग पैतृक गांव पालपुर में ही रहते हैं। परिवार के लोगों को घर पर रहने के कारण उनका बराबर आना जाना लगा रहता था। मृतक इस्तखार दुद्धी के ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं। पैतृक गांव में भाई मोहर्रम अंसारी के बच्चें का हकीका रहने के कारण बीते 22 फरवरी को पश्चिम बंगाल के कोलकाता के कालीबाड़ी के कमरहट्टी में रह रही विवाहिता बहन बच्चों तथा परिवार के अन्य लोगों के साथ मायके आई हुई थी। समारोह संपन्न होने के बाद सभी लोगों को कोलकाता वापस जाना था। जिसके लिए सोनभद्र के रेणुकूट से 28 फरवरी की भोर में 4 बजे ट्रेन पकड़नी थी। अपनी बोलेरो वाहन में इस्तेखार सभी रिश्तेदारों को ट्रेन पकड़वाने के लिए घर से रात दस बजे ही रवाना हो गए थे। बोलेरो वाहन स्वयं इस्तेखार अहमद ही चला रहे थे।
वाहन में महिला पुरुष बच्चों सहित 10 लोग सवार थे। घटना में इस्तखार अंसारी, विवाहिता बहन हकीमु निशा, 8 वर्षीया भांजी सहीना, तथा कोलकाता निवासी बहन के जेठ अख्तर अंसारी की घटनास्थल पर मौत हो गई थी। जबकि घायल छ: में दो की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। रात में ही मौत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पति की मौत की खबर लगते ही शबाना खातून तथा बेटी साना का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। वहीं मां जलेखा खातून को बेटा,बेटी और नतिनि की एक साथ हुई मौत पर गहरा सदमा लगा है और वह रो-रो कर बेहाल है।
इस्तखार अंसारी की तीन पुत्र काजू, सारका, राजू तथा एक पुत्री साना थी। मौत से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। सुबह 10 बजे मृतक के घर पहुंचे थानाध्यक्ष मिर्जा रिजवान बेग ने पिता शेर अली से पूरे मामले की पूछताछ की।
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