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कर्मनाशा नहर से निकलने वाली सभी नहरों व माइनरों की कैसे हो रही है सफाई, जरा देख जाइए डीएम साहब

कई जगह सिल्ट सफाई, स्क्रैपिंग के नाम पर कुछ कुछ जगह घास झंखाड़ हटाकर पैसा खर्च  करने में कहां जा रहा हैं। इसी कम पैसों में सबको देखना हैं। अपना लाभ से लेकर कमीशन भी शामिल हैं।
 

रजवाहों, अल्पिकाओं,  माइनर की सिल्ट स्क्रैपिंग जारी

सिल्ट सफाई के नाम हो रही खानापूर्ति

अजय राय ने विभाग के ठेकेदारों पर लगाया आरोप

चंदौली जिले के चकिया मे कर्मनाशा नहर से निकलने वालें रजवाहा, माइनर, अल्पिकाओं की सिल्ट सफाई, स्क्रैपिंग की लाट 1 से 29  तक की जा रहीं हैं। वहीं चन्द्रप्रभा नहर प्रणाली  से भी निकलने वाली मुख्य नहर, राजवाहो, अल्पिकाओं के रवि 1431 फसली वर्ष 2024-25 में  सिल्ट सफाई, स्क्रैपिंग  लाट संख्या 1 से लाट संख्या 35 कराया  जा रहा हैं। लेकिन केवल खानापूर्ति हैं ।

silt safai

आपको बता दें कि कई जगह सिल्ट सफाई, स्क्रैपिंग के नाम पर कुछ कुछ जगह घास झंखाड़ हटाकर पैसा खर्च  करने में कहां जा रहा हैं। इसी कम पैसों में सबको देखना हैं। अपना लाभ से लेकर कमीशन भी शामिल हैं। सभी काम विधानसभा स्तर पर अपने चहेते ठेकेदार को सत्तारूढ़  दल की तरफ से सिल्ट की स्क्रैपिंग के नाम पर ठेका देने की सिफारिश जा रहा हैं और उनसे तय कमीशन विधानसभा स्तरीय जनप्रतिनिधि के खास को लेना  हैं । जो चर्चा में बना हैं और नाम न उजागर हो इस शर्त पर सिचाई विभाग के अधिकारी व ठेकेदार भी कह रहें हैं। खैर जो भी हो लेकिन सिल्ट की सफाई  व स्क्रैपिंग दो स्तरों  किया जा रहा हैं।

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दो लाख से ऊपर का ठेका बड़े साहब के यहां से हो रहा हैं और दो लाख से नीचे छोटे  साहब कर रहें हैं । सरकार इतनी कम पैसा पास कर रही हैं जिससे घास हटाया जा  सकता  है सिंचाई  विभाग के छोटे साहब भी क्या करें ?  इसलिए जगह जगह घास ही हट रहा है । आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट के  राज्य कार्य समिति सदस्य व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम किसानों  की तरफ से  खुला पत्र  जारी  कर किसानों के सवाल को उठाते हुए इस तरह के  चन्द्रप्रभा नहर, माईनर  व रजवाहा की सफाई ,धान खरीद के लिए  मुकम्मल व्यवस्था ,नहर माइनर की मरम्मत  व फसलो का उचित मूल्य  कर्ज माफी  तथा गॉव में मनरेगा के तहत मजदूरों  को काम, कर्मनाशा नहर से निकलने वाली माइनर,  रजवाहा की सिल्ट स्क्रैपिंग के नाम पर हो रही खानापूर्ति व सत्ता धारी से जूड़े ठेकेदारों के द्वारा खुलेआम काम में  धांधली पर रोक की मॉग किया । और ज्यादा  पैसा  सिंचाई पर खर्च करने की मांग किया।

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किसानों की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को  खुला पत्र जारी  करने के बाद  उन्होंने  कहा कि  भ्रष्टाचार से लड़ने की नौटंकी यह सरकार कर रहीं हैं! इनके राज में हर विभाग का और  विभाग व जनप्रतिनिधि  का कमीशन बढ़ा हैं। (ठेकेदार  के अनुसार ,नाम न उजागर  होने की शर्तों पर बता रहें हैं) इसलिए हर जगह काम भी खराब हो रहा हैं । गेंहू की बोआई के समय नहर माईनर की सफाई व धान के रोपाई समय नहर माईनर की सफाई पहले व मरम्मत हो जाए तो किसानों के खेतों में असानी से पानी पहुंच सकता हैं लेकिन सफाई व मरम्मत न होने से जनकपुर माईनर से जूड़े किसानों की खेती न हो पाई की बार यह माईनर  टूटी थी वही पचवनिया उतरौत माईनर की भी वहीं हालत रहा जिसके कारण उतरौत से लेकर कई गांवों में किसान धान की खेती  करने  में दिक्कत हुई शिकारगंज नहर माईनर कई जगह क्षतिग्रस्त व कुड़ा कड़कट ,घास से पटी हुई हैं । भड़सर व मानिकपुर  के किसानों को पानी कम मिल पाता हैं !  मोदी योगी जी के राज में आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।

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उन्होंने कहा कि मोदी सरकार व योगी  सरकार यदि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ है  तो इनके राज में भ्रष्टाचार व कार्पेट घरानों की पूंजी कैसे बढ़ा हैं । मोदी योगी  सरकार  ने किसानों  के पक्ष  में अब तक कौन सी नीतियां लागू किया हैं, इनके राज में सबसे ज्यादा  किसान आत्महत्या क्यों कर रहे है जगह जगह हर विभाग में क्यों रोजागार खत्म  हो रहा है। विकास क्यों अवरुद्ध  है? उन्होंने कहा कि मोदी योगी सरकार की किसान विरोधी  नीतियां व तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट  तथा मजदूर किसान मंच के साथ मिलकर  आंदोलन खड़ा करेगा।

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