स्वामी विवेकानंद भारत ही नहीं विश्व के युवकों के मार्गदर्शक, इसीलिए किए जा रहे याद
स्वामी विवेकानंदजी के जन्म सप्ताह के अवसर पर कार्यक्रम
वृक्षबंधु डॉ परशुराम सिंह ने किया याद
स्वामी विवेकानंद भारत ही नहीं विश्व के नवयुवकों के मार्गदर्शक हैं। इनके सिद्धांत पर चलकर भारत विश्व गुरु के पद पर आसीन होगा। यह बातें स्वामी विवेकानंद के जन्म सप्ताह के अवसर पर राष्ट्र सृजन अभियान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा वृक्ष बंधु डॉ परशुराम सिंह ने क्षेत्रिय युवाओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने अपना पहला भाषण हिंदी में देते हुए भाइयों, बहनों, माताओं, पिता का उद्बोधन करके जो हिंदी का छाप छोड़ा था उसे हम देशवासियों को अनुकरण करने की जरूरत है। कहा कि पश्चिमी सभ्यता के चलते आज हमारी सनातनी परंपराएं टूटती हुई नजर आ रही हैं। ऐसे समय में स्वामी विवेकानंद के सिद्धांत भारतीय परंपरा को बनाए रखने में कारगर साबित होगा। डॉ सिंह ने कहा कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बना चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वामी विवेकानंद को अपने जीवन का आदर्श माना है जो एक सराहनीय कदम है।
उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा है कि स्वामी विवेकानंद जैसे हमारे पूर्वजों के सिद्धांतों को अपनाकर युवा पीढ़ी राष्ट्र को मजबूती प्रदान करने के साथ ही भारतीय परंपरा को कायम रखने का काम करें।
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