चकिया में जल संरक्षण की मुहिम तेज, मानसून से पहले 12 तालाबों का जीर्णोद्धार जारी

गांवों में जल संचय को लेकर जनप्रतिनिधि हुए सक्रिय
मनरेगा के तहत तालाब निर्माण से श्रमिकों को मिला रोजगार
12 गांवों में तालाब और बंधी निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी
छह नए तालाबों के लिए मिली प्रशासनिक स्वीकृति
चंदौली जिले के चकिया में मानसून के पूर्व जल संचय को लेकर गांव के जनप्रतिनिधि संजीदा हैं। विकास क्षेत्र के 12 गांवों में बंधी व तालाबों का निर्माण व गहराई के साथ मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मनरेगा के तहत हो रहे तालाबों की खोदाई से जाब कार्ड धारक श्रमिक बल्ले-बल्ले करने लगे हैं।

आपको बता दें कि विकास क्षेत्र के 89 ग्राम पंचायत में 40 तालाबों के निर्माण व जीर्णोद्धार का लक्ष्य जिला प्रशासन निर्धारित कर रखा है। लक्ष्य के सापेक्ष में 12 तालाब व बंधियों के जीर्णोद्धार का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। अन्य छह तालाब की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।

ग्राम पंचायत से तालाब खुदाई के लिए आवश्यक प्रपत्र को तैयार करने का निर्देश दिया गया है। मनरेगा के तहत तालाब व बंधियों के निर्माण व जीर्णोद्धार कार्य से जाब कार्ड धारकों के हाथों को काम मिल गया है। जिस गति से तालाबों व अंतिम सांसें गिन रही बंधियों के जीर्णोद्धार कार्य हो रहा है, इससे साफ है कि जून माह तक कई गांव तालाबों का गांव बन जाएगा।
इन ग्राम पंचायत के प्रधान सक्रिय जल संरक्षण को लेकर भभौरा के अवधेश सिंह यादव, सिकंदरपुर की सीमा गुप्ता, मवैया के संजय कुमार, दुबेपुर की सरिता पांडेय आदि 12 ग्राम पंचायत के प्रधान जल संरक्षण को लेकर सक्रिय हैं। मनरेगा के तहत तालाबों का जीर्णोद्धार जारी है।
जलस्तर में आ रहा सुधार ग्रामीण व पठारी क्षेत्र में लगातार तालाब निर्माण व जीर्णोद्धार से जलस्तर बेहतर हुआ है। हैंडपंपों, कुओं से जलस्तर इस वर्ष पूरी तरह गायब नहीं हो सका। तालाब निर्माण, जीर्णोद्धार वाले गांव के लोगों ने काफी राहत की सांस ली है।
वर्ष 2024-25 में 16 तालाबों का हुआ जीर्णोद्धार
जल संरक्षण को लेकर क्षेत्र में लगातार काम किए जा रहे हैं। वर्ष 2024-25 में 20 तालाबों के निर्माण व जीर्णोद्धार की स्वीकृति मिली थी। 16 तालाबों का जीर्णोद्धार पूर्ण हो सका। शेष चार तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य इस वर्ष चल रहा है।
इस संबंध में चकिया के खंड विकास अधिकारी विकास सिंह ने बताया कि जल संरक्षण को लेकर पूरी तरह गंभीरता बरती जा रही है। मनरेगा की तहत जलाशयों का जीर्णोद्धार प्रगति पर है। जरूरत है अन्य ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों के जागरूक होकर तालाब निर्माण में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाने की।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*